माँ काली पूजा के अवसर पर मधेपुरा जिले के
आलमनगर
ड्यौढ़ी में दो दिवसीय भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का जादू दर्शकों के सर चढ़ कर
बोला. कार्यक्रम की शुरुआत माँ दुर्गा की वंदना से हुई, पर जब फिल्मी गानों का दौर
चला तो दर्शक खुद को झूमने से नहीं रोक सके.
आलमनगर
ड्यौढ़ी में दो दिवसीय भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का जादू दर्शकों के सर चढ़ कर
बोला. कार्यक्रम की शुरुआत माँ दुर्गा की वंदना से हुई, पर जब फिल्मी गानों का दौर
चला तो दर्शक खुद को झूमने से नहीं रोक सके.
नवयुवक
संघ आलमनगर के तत्वाधान में माँ दुर्गा इवेंट पटना के कलाकारों के द्वारा रंगारंग
कार्यक्रम का उदघाटन वरिष्ठ कॉंग्रेसी नेता सर्वेश्वर प्रसाद सिंह ने फीता काट कर
किया. इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक
कार्यक्रम से जहाँ लोगों का मनोरंजन होता है वहीं कला ईश्वर कि अनुपम देन है एवं आज कला के माध्यम से दुनियां में लोगों
की पहचान होती है.
कार्यक्रम
में कलाकार राज ने ‘ओम
शान्ति ओम’, ‘दे दे प्यार दे’, ‘मैं कहीं कवि न बन जाऊं, तेरे
प्यार में ओ कविता’ गीत
गाकर लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया तो मिस मेघा ने ‘तेरे मेरे बीच में कैसा है ये
बंधन अनजाना’,
सोलह बरस की बाली उमर को सलाम’ आदि गानों से दर्शकों को सुधबुध खोने को मजबूर कर दिया.
नृत्यांगना नेहा, पूजा पाण्डेय, आयुषा एवं अलीशा सहित अन्य ने नृत्य के दौरान अपने
भाव-भंगिमा से दर्शकों को खूब झुमाया.
कार्यक्रम
की उद्घोषिका गरिमा एवं उदघोषक रोशन राज ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा.
कार्यक्रम के सफल सञ्चालन में नवयुवक संघ के सचिव विकास कुमार सिंह, उपाध्यक्ष
संदीप कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, आशीष सिंह, अभिमन्यू सिंह, निपु
सिंह, अरविन्द कुमार सिंह, अनुज कुमार सहित सैंकडों युवकों का योगदान सराहनीय रहा.
‘तेरे मेरे बीच में कैसा है ये बंधन अनजाना’: आलमनगर में रंगारंग कार्यक्रम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 26, 2014
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