सावधान ! आपके एटीमएम से हो सकते हैं सारे रूपये गायब: मधेपुरा में ठग गिरोह सक्रिय, उड़ाए एक खाते से 4 लाख 80 हजार रूपये

|मुरारी कुमार सिंह|01 मार्च 2014|
मधेपुरा नगर परिषद् के वार्ड नं. 8 के रामू यादव ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जिन रूपयों को उसने वर्षों में अपनी दिन-रात की मेहनत से ये सोचकर जमा किया था कि इन रूपयों से वह अपनी बेटी को अच्छे घर में ब्याह कर भेजेगा, उन रूपयों को किसी की नजर लग जायेगी.
      मधेपुरा जिला मुख्यालय में बस स्टैंड के पास इंदिरा होटल चलाकर परिवार का गुजर-बसर करने वाले रामू यादव के खाते से पांच-दस हजार नहीं, बल्कि कुल 4 लाख 80 हजार रूपये ठगों ने उड़ा लिए हैं. कल जब रामू यादव को अपनी सारी जमा पूँजी गायब होने कब पता चला तो स्वाभाविक रूप से उन्हें गहरा सदमा पहुंचा है.
                              
कैसे हुआ ये सब ?: रामू यादव ने अपना एटीमएम संचालन के लिए अपने पुत्र पिंटू कुमार को दिया था. इसी 16 फरवरी को पिंटू मधेपुरा के एडीबी शाखा के एटीएम से 40 हजार रूपये निकलने गया था. निकलते वक्त रूपये मशीन में फंस जाने की वजह से उसने अपना एटीएम कार्ड काउंटर पर बगल में रखकर रूपये खींचने लगा. इसी बीच पीछे खड़े एक व्यक्ति ने बड़ी ही चालाकी से पिंटू के एटीएम कार्ड के बदले दूसरा कार्ड रख दिया. रूपये निकाल कर पिंटू उस कार्ड को अपना समझ कर उठाकर घर चला आया.
      पर इसी 28 फरवरी को जब पिंटू फिर रूपये निकालने गया तो उसे पता चल गया कि उसके पास दूसरे का एटीएम कार्ड है. जब बैंक जाकर बैलेंस जांच हुई तो रामू यादव के पैर तले से जमीन खिसक गई. उनके खाते से एटीमएम के द्वारा 17 से 28 फरवरी तक 4 लाख 80 हजार रूपये निकाल लिए गए थे. मामला मधेपुरा पुलिस में जा चुका है. बदले गए एटीएम कार्ड के साथ लिखे नाम के अनुसार यह कोलकाता के किसी बिजेन्द्र कुमार के खाते से जुड़ा एटीएम है.

सुलझाना नहीं है आसान: देश में हो रहे इस तरह के सायबर क्राइम पर यदि एक नजर डालें तो ये आशंका बनती है कि किसी के खोये हुए एटीएम कार्ड को इस तरह बदला जाता रहा है. अब इस बात का भी डर है कि रामू यादव के खाते पर हाथ साफ़ कर देने के बाद उस कार्ड को फिर इसी तरह चालाकी से तीसरे खाताधारी से बदल कर उसे चूना लगाने की तैयारी हो. कुछ कार्डों की मदद से ठगी का ये खेल चलता रहता है और ये ठग कुछ ही दिनों में हो जाते हैं मालामाल. हालाँकि एटीएम में लगे इनबिल्ट कैमरे में से ठग की तस्वीरें निकाली जा सकती है, पर यदि ठग स्थानीय न हुआ तो पहचान करना मुश्किल होगा.

क्या करें क्या न करें ?: कई एटीएम कक्षों में दो या ज्यादा मशीनें भी लगी रहती हैं. ऐसी जगह विशेष सावधानी की जरूरत है. मशीन के द्वारा कार्ड के पढ़े जाने के बाद जैसे ही आपका नाम स्क्रीन पर नजर आता है, अपना कार्ड हाथ से अपनी जेब में तुरंत रखें. एक मशीन वाले कक्ष में रूपये की निकासी के वक्त किसी दूसरे व्यक्ति को न घुसने दें. कार्ड निकालने के समय कार्ड को इस तरह रखें कि कोई आपका कार्ड नंबर न पढ़ सके. साथ ही आपका कार्ड पिन भी कोई न देख सके. ये बता देना उचित होगा कि यदि कोई आपके एटीएम कार्ड का नंबर और पिन जाने तो बिना कार्ड के भी आपके खाते से पैसे गायब किये जा सकते हैं. मतलब सिर्फ सड़क पर ही नहीं ये बात यहाँ भी लागू होती है कि सावधानी गई, दुर्घटना हुई.
सावधान ! आपके एटीमएम से हो सकते हैं सारे रूपये गायब: मधेपुरा में ठग गिरोह सक्रिय, उड़ाए एक खाते से 4 लाख 80 हजार रूपये सावधान ! आपके एटीमएम से हो सकते हैं सारे रूपये गायब: मधेपुरा में ठग गिरोह सक्रिय, उड़ाए एक खाते से 4 लाख 80 हजार रूपये Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 01, 2014 Rating: 5

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