दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और मधेपुरा के भाजपा नेता सूरज मंडल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि नरेन्द्र मोदी की रैली से पहले पटना स्टेशन पर धमाका हुआ और फिर रैली स्थल पर कई धमाकों
में बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार के अनुसार 5 लोगों की मौत हुई
है और 83 घायल हुए हैं, जिन्हें मुआवजा दिए जाने की उन्होंने घोषणा भी की।
गंभीर रूप से घायलों में मधेपुरा के जनार्दन मंडल और आलोक आनंद समेत नौगछिया नगर परिषद् क्षेत्र के मीलटोला के चन्दन भी हैं जिन्हें देखने
हमलोग PMCH भी गए।
प्रश्न उठता है की नरेन्द्र मोदी के कई शहरों में
हुए रैलियों में सिर्फ पटना में
ही क्यों ऐसी घटना हुई और इन बेक़सूर लोगों के मौत
का जिम्मेदार कौन है?
दरअसल यह कुशासन का बिहार मॉडल है जिसकी नाजायज़
वाहवाही नकली विकास पुरुष बटोरने का काम करते रहते हैं। राज्य का प्रशासन दिनों दिन बिगड़ते जा रहा है और भारत नें कहीं
भी कोई दहशतगर्दी की वाक्या के तार अक्सर बिहार में ही जुड़े
हुए मिलते हैं। वोट बैंक की
राजनीती के लिए कुछ समुदायों को नितीश कुमार ने
राजनीती के लिए कुछ समुदायों को नितीश कुमार ने
कानून से ऊपर घोषित कर रखा है और विकास और रोज़गार के अवसर के अभाव में लगभग सभी समुदायों के बेरोजगार नौजवान अपराध और कुछ युवा दहशतगर्द के भेड़ियों के चुंगल में आसानी से आ जाते हैं।
यह जानते हुए की राष्ट्रवादी
नेता नरेन्द्र मोदी दहशतगर्दों के निशाने पर हैं, और खुद नितीश कुमार के
चुनौतीपूर्ण बयानों को देखते हुए, यह कायरतापूर्ण कुकृत्य किया गया है।
इसलिए नितीश कुमार इस गंभीर सुरक्षा चूक और प्रशासनिक विफलता के लिए सीधे
तौर से जिम्मेदार हैं।
बिहार की जनता इन बेक़सूर लोगों की शहादत का जबाब देगी, जिस तरह से इस रैली को विफल करने की कायरतापूर्ण प्रयास का जनता ने
मुंहतोड़ जबाब देते हुए इसे सफल बनाया।
मोदी को डराने की नाकामयाब कोशिश, कुशासन का बिहार मॉडल: सूरज
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 27, 2013
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