‘मीत न मिला रे मन का’...पति छोड़ घर से भागी

|नि० सं०|24 अक्टूबर 2013|
सहरसा जिले के बिराटपुर गांव की ममता आखिरकार पति के बनाये दलदल से निकल गई. मध्यप्रदेश में दर्ज ममता की गुमशुदगी का मामला मधेपुरा तक पहुँच गया. बताते हैं कि ममता के माँ-बाप बचपन में ही गुजर गए और भाइयों ने ममता और इसकी बड़ी बहन का लालन-पालन किया. बड़ी बहन की शादी तो ढंग से हो गई पर ममता की शादी एक दलाल ने मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में एक अपंग और अधेढ़ व्यक्ति से करा दी. मन मसोस कर ममता वहाँ रहने लगी, पर पति रामखेलावन का बहनोई ममता को बेचना चाहता था और तिकडम लगा रहा था. कोई चारा न देखकर आखिर ममता अपनी बहन और बहनोई के पास भागकर आ गई. पर गुमशुदगी की रिपोर्ट पर मध्यप्रदेश पुलिस भी पीछे पड़ी थी. ग्वालपाड़ा में बहन-बहनोई के साथ पुलिस ने ममता को जब अपने कब्जे में लिया तो ममता ने सारी कहानी बताई.
      ममता ने कहा कि अब वह उस दलदल में वापस लौटना नहीं चाहती है, पर अब आगे शायद उसके लिए फिलहाल मध्य प्रदेश के पुलिसिया पेंच से निकलना आसान नहीं होगा.
‘मीत न मिला रे मन का’...पति छोड़ घर से भागी ‘मीत न मिला रे मन का’...पति छोड़ घर से भागी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 24, 2013 Rating: 5

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