|वि० सं०|10 सितम्बर 2013|
आलमनगर में कल पकड़ाए कनीय अभियंता के बारे में
डिटेल्स जानकार पैर तले से जमीन खिसक सकती है. बिहार आपदा पुनर्निर्माण एवं
पुनर्वास सोसाइटी के कनीय अभियंता कुमार वीर नारायण ने वर्ष 2008 के बाढ़ त्रासदी
के शिकार हुए करीब 200 परिवार को फिर से अपना शिकार बना डाला. पूर्णियां जिले के
जानकीनगर थाना के चांदपुर भंगहा के निवासी कुमार वीर नारायण, पिता-सरयुग प्रसाद
यादव बाढ़ पीडितों को सहायता राशि दिलाने के नाम पर आलमनगर थाना के बढ़ौना, इटहरी
तथा बजराहा के लोगों से सहायता दिलाने के नाम पर प्रति परिवार 500/- रू० ठग लिया
था.
हैरत की
बात तो ये है कि इस कनीय अभियंता के नियोजन की नौकरी को अभी लगभग दो महीने ही हुए
थे. 17 जून 2013 से ही नौकरी कर रहे इस कनीय अभियंता की उम्र अभी लगभग 45 वर्ष
बताई जाती है. इन्हें नियोजन में प्रति माह 20 हजार रूपये भी मिल रहे थे, पर लोगों
के मुताबिक़ यह अभियंता बची नौकरी में ही बहुत कुछ कमा लेने के चक्कर में दीखता था.
पर खराब मुकद्दर के कारण सूबे में चल रहे लूट की दौड़ में जेई साहब का पैर फिसल गया
और धड़ाम से गिर कर जा पहुंचे जेल.
कनीय
अभियंता कुमार वीर नारायण को सलाखों के पीछे पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही
आलमनगर थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह तथा थाना के सशस्त्र बल और आलमनगर के बीडीओ
श्री रामाकांत.
त्रासदी के शिकार 200 परिवारों को अपना शिकार बनाया इस जेई ने
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 10, 2013
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