|वि० सं०|22 अगस्त 2013|
घैलाढ़ प्रखंड के बरदाहा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय
में इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आरोप है कि स्कूल के प्रधानाध्यापक तथा कुछ
शिक्षक छात्र-छात्राओं की हकमारी कर सरकारी राशि का घोटाला किये जा रहे हैं.
स्कूल
की हालत तो देखिये, करीब पांच वर्षों से यहाँ छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति नहीं
बांटी गई है. न तो यहाँ बच्चों को पोशाक ही मिला है और न ही मध्यान्ह भोजन ही मिल
रहा है.
जिलाधिकारी
के जनता दरबार में आज आये दर्जनों बच्चे और ग्रामीणों ने इस सम्बन्ध में एक आवेदन
देकर स्कूल के हेडमास्टर कृष्ण साह और सहयोगी शिक्षकों द्वारा बिना स्कूल शिक्षा
समिति के अध्यक्ष के हस्ताक्षर के ही राशि उठाकर बंदरबांट का आरोप लगाया है. आरोप
यह भी है कि शिक्षा समिति अध्यक्ष चूंकि अनुसूचित जाति के हैं, इसलिए उन्हें
दरकिनार कर दिया गया है.
यही
नहीं ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानाध्यापक यह भी कहकर डराते हैं कि तुमलोगों को
लोगों को लूट कांड में फंसाकर जेल भिजवा देंगे. हेडमास्टर ने आजतक शिक्षा समिति के
अध्यक्ष को विद्यालय में झंडोत्तोलन भी नहीं करने दिया है.
बच्चों
से साथ सड़क पर उतरे ग्रामीणों के आरोप काफी गंभीर किस्म के पर आरोपों की जाँच ढंग
से कराई जायेगी इसमें संदेह ही है. क्योंकि वर्तमान समय में जानकारों का मानना है
कि यदि कोई हेडमास्टर बड़ी हकमारी में शामिल है तो निश्चित रूप से हकमारी का एक
हिस्सा जुड़े पदाधिकारियों को पहुँचाया जाता होगा. ऐसे में ऊपर बैठे पिताजी
भ्रष्ट शिक्षकों को बचाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेंगे. अब देखना है कि इस
मामले में क्या होता है ?
हकमारी: शिक्षकों की करतूत से पढ़ाई छोड़ बच्चे सड़क पर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 22, 2013
Rating:
No comments: