मधेपुरा में सेवा यात्रा के दूसरे दिन बिहार के
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले डीआरडीए के सभागार में विकास के मुद्दे पर
विभिन्न अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की और फिर वे उदाकिशुनगंज गए.
उदाकिशुनगंज में उन्होंने 275 करोड़ की सैंकडों महत्वाकांक्षी योजनाओं का शिलान्यास तथा
उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद एसबीजेएस हाई स्कूल के प्रांगण में उन्होंने एक
जनसभा को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियों को गिनाया.
बिजली
की समस्या से जूझ रहे क्षेत्र की जनता को उन्होंने बातों से राहत महसूस करने की
कोशिश की. उन्होंने कहा कि अरार घाट पनबिजली परियोजना का भी शिलान्यास कर दिया गया
है. इससे सात मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा जो केवल इसी क्षेत्र के लिए होगा और
इसे मार्च 2015 तक पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ के एनटीपीसी से
जल्द ही बिजली उत्पादन होने लगेगा और सूबे में बिजली संकट दूर हो जाएगा. मंत्री डा.
रेणु कुमारी कुशवाहा की अध्यक्षता में आहूत सभा में बोलते हुए उन्होंने ·कहा कि बिजली के वादे पर मैं आज भी
कायम हूं. बिजली उपलब्ध नहीं करवाने की स्थिति में वोट मांगने नहीं आने की भी बात उन्होंने
कही. साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक दिन की बात नहीं है, समय तो लगेगा ही.
मुख्यमंत्री ने दुहराया कि कोशी
में विकास के लिए वे लगातार प्रयासशील हैं और कुछ ही वर्षों में इस इलाके की
तस्वीर बदली हुई नजर आयेगी. उन्होंने लोगों से अपील की कि बच्चों की पढ़ाई पर अधिक
से अधिक ध्यान दें ताकि हम और आप मिलकर समाज और राज्य को विकसित कर सकें. उन्होंने
कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार प्रगति के पथ पर है और कृषि के क्षेत्र में
कोशी आत्मनिर्भर बनेगा. उन्होंने कृषि से ही राज्य का विकास होगा. सिर्फ उद्योग लगाने
से विकास नहीं होगा. बिहार कृषि प्रधान राज्य कृषि का रोड मैप बनने और लागू होने
से ही सूबे का विकास संभव है. कोशी के क्षेत्र में कृषि की अपार संभावनाएं है. इस मौके
पर कई मंत्री, विधायक
सहित पार्टी के कई नेता उपस्थित थे.
शिलान्यास
और आमसभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा के सर्किट हाउस
में विश्राम के लिए वापस आ गए.
7 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा मधेपुरा में, दूर होगा संकट: सीएम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 08, 2013
Rating:
No comments: