|राकेश सिंह| 01 जून 2013|
आगामी 6-7 जून को मुख्यमंत्री की मधेपुरा में होने
वाली सेवा यात्रा से इस बार मधेपुरा के लोग खासे उत्साहित हैं. वैसे तो इस यात्रा
के दौरान मुख्यमंत्री कुल 338 योजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन करेंगे जिसकी लगत 11
अरब रूपये से ज्यादा की है. पर इस बार होने वाली तीन योजनाओं के उदघाटन से मधेपुरा
के लोगों को बड़ी उम्मीद जगी है.
मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार की वे योजनाएं जो बदल सकती हैं मधेपुरा की सूरत, हैं- सिंहेश्वर
प्रखंड के रूपौली पंचायत में करीब 58 करोड़ की लगत से बना पॉवर ग्रिड सब-स्टेशन का
उदघाटन, जजहट सबैला में 7.81 अरब रूपये की लागत से मेडिकल कॉलेज भवन एवं अस्पताल
तथा 2 करोड़ 80 लाख रूपये की लागत से सिंहेश्वर मंदिर के शिवगंगा तालाब के
जीर्णोद्धार का शिलान्यास.
पर
घटिया बिजली की लगातार मार खाए मधेपुरा के अधिकांश लोग सिंहेश्वर के पॉवर ग्रिड
सब-स्टेशन के उदघाटन को सबसे अधिक महत्वपूर्ण मान रहे हैं. लोगों में इस बात की भी
चर्चा है कि इस पॉवर ग्रिड सब-स्टेशन के चालू होने के बाद मधेपुरा में बहुत ज्यादा
बिजली रहने लगेगी. एक सप्ताह पहले यह भी खबर आई थी कि इस पॉवर ग्रिड सब-स्टेशन से
मधेपुरा को नहीं जोड़ा जा रहा है.
क्या है सच्चाई ?: इस पूरे मामले पर हमने बिजली
विभाग के एसडीओ अभय रंजन से विस्तार से बात की. उन्होंने बताया कि इस पॉवर ग्रिड
सब-स्टेशन के बाद इससे बिजली आपूर्ति पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हाँ, फर्क सिर्फ
इतना होगा कि अभी सहरसा से मधेपुरा आनेवाली बिजली की आपूर्ति लंबी दूरी और जर्जर
तारों की वजह से अक्सर बाधित हो जाती है पर सिंहेश्वर पॉवर ग्रिड सब-स्टेशन के बाद
ऐसा नहीं होने की सम्भावना है. उन्होंने बताया कि भविष्य में मधेपुरा में बिजली ही
हालत में सुधार तो होना ही है पर इस पॉवर ग्रिड सब-स्टेशन से बिजली आपूर्ति पर कोई
प्रभाव नहीं पड़ेगा.
सेवा यात्रा के बाद क्या सचमुच मधेपुरा में बदलेगी बिजली की सूरत ???
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 01, 2013
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