दिन रविवार, समय 6.30 बजे सुबह, स्थान-जदुआपट्टी
बाजार. जदुआपट्टी के मोतीउर्रहमान अपनी मोटरसाइकिल में पेट्रोल लेने कुमारखंड थाना
के जदुआपट्टी बाजार पर आते हैं कि उसी समय सात अपराधी मोतीउर्रहमान को घेर लेते
हैं और पकड़ कर पास के गड्ढे में ले जाते हैं. लोगों की भीड़ वहां यह देखने जमा हो
जाती है कि आगे क्या होने वाला है ? सातों अपराधी दबिया, फरसा आदि से लैश मोतीउर
पर हमला शुरू कर देते हैं. सर पर वार और फिर दाबिया के वार से उस निहत्थे की पहले
गर्दन काट देते हैं और फिर नृशंसता से उसके हाथ, पैर आदि के नस काटना शुरू करते
हैं.
लोगों
की भीड़ मानो हकीकत नहीं, सिल्वर स्क्रीन पर कोई
नई फिल्म देख रहे हों. मदद के लिए
मोतीउर्रहमान चिल्लाते रहे पर खड़े लोग तमाशबीन. अपराधियों के भाग जाने के बाद लोगों
के लिए मानो इंटरवल होता है और फिर वे जिंदगी की अंतिम सांस ले रहे मोती को उठाकर
कुमारखंड अस्पताल पहुंचाते हैं. कुमारखंड अस्पताल ने घायल की दर्दनाक स्थिति देखते
उसे सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर कर दिया, पर रास्ते में ही मोती के सांस की अंतिम
डोर टूट गई.
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhrdSjPoBkAnsXMibwqpTbeJYWYovrs82jdsd0eZ4LMOpb18tfUStW6KqHqMCqDB9igwAsAUDJq_uKVibbaIO860mroN0OA399NBF4e4V3WuuA4Gocq2qpuf3p1ULGvpkg7ziYF4E5tkow/s200/Untitled_0001+002_0001.jpg)
इतनी बड़ी
घटना के पीछे बात बहुत बड़ी नहीं, पर गाँव की राजनीति जानने वाले कहते हैं कि शहर
वालों को राजनीति कहाँ आती है. वे शब्दों के बाण चलाकर अपने को बहादुर समझते हैं,
गाँव की राजनीति में विरोधी को पहले सीधे ऊपर पहुंचा दो, फिर देखते हैं आगे होता
है क्या...
इस नृशंस
हत्या के पीछे पड़ोसियों के बीच 18 कट्ठा जमीन का विवाद है. उसी जमीन में लगे आम को
तोड़ने पर दो दिन पहले दोनों पक्षों में गरमा-गरमी हुई थी और आज सुबह मो० जवाहर,
मो० जमाल, मो० दबीर, मो० आजाद, मो० रसूल, मो० सद्दाम और बिपिन साह ने मिलकर
मोतीउर्रहमान की जिंदगी लोगों के सामने खल्लास कर दी.
कुमारखंड
थानाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह का कहना है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया
जाएगा.
लोगों के सामने काट-काट कर मारा: मधेपुरा में नृशंस हत्या
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 16, 2013
Rating:
![लोगों के सामने काट-काट कर मारा: मधेपुरा में नृशंस हत्या](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgirb3GBbNR4qxeMQrzpqyxn1dIqILBETacl9WJOWCtc-whucM3yLe3iFOQNa6SoVTaWQ37Dak036On-wEGRae37A6v-GEcnvQ7YXWnoJoeqgVHOFf4g5KqQiyhK3kCqaTSIYXLKwluGTQ/s72-c/Untitled_0001+001_0001.jpg)
No comments: