|राजीव रंजन|14 जून 2013|
सुपौल का छात्र मनोज कुमार स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट
के लिए एक सप्ताह से कॉलेज का चक्कर लगा रहा था. बताते हैं कि कॉलेज का एक आदेशपाल
योगेन्द्र यादव ही सीएलसी निर्गत करने में मुख्य भूमिका निभाता था. छात्र मनोज
कुमार को भी यही आदेशपाल एक सप्ताह से पैसे के लिए दौड़ा रहा था. कॉलेज से जुड़े
सूत्र बताते हैं कि उक्त छात्र की पहचान टीपी कॉलेज के शारीरिक शिक्षक नन्दन कुमार
भारती से थी और सीएलसी के लिए परेशान मनोज नंदन भारती को लेकर आदेशपाल योगेन्द्र
यादव के पास गया जो योगेन्द्र को नागवार गुजरा. योगेन्द्र यादव ने नंदन को धमकाया
कि बिना घूस के इसे तुम्हारे कहने पर भी सीएलसी नहीं दूंगा. नंदन ने जब यह कहा कि
ये छात्र मेरा परिचित है तो योगेन्द्र आगबबूला हो गया और अपने भाई सिकंदर यादव जो
कॉलेज में ही घूमता रहता है को बुला लिया. सिकंदर ने नंदन भारती को पकड़ लिया और
योगेन्द्र कार्यालय के पेड़-पौधे छांटने के लिए रखे दबिया को लाकर नंदन के सर पर
चला दिया.
नंदन
गिरकर दर्द से छटपटाने लगा तो आसपास के लोगों ने आकर उसकी जान बचाई. नंदन का इलाज
जख्मी हालत में सदर अस्पताल मधेपुरा में चल रहा है.
कॉलेज
से जुड़े कई लोगों ने बताया कि योगेन्द्र यादव दबंग प्रवृत्ति का है और पहले भी
मुकदमों में फंस चुका है पर कॉलेज प्रशासन उसके विरूद्ध कार्यवाही करने में असमर्थ
है.
घूस लेने से रोका तो दबिया सर पर दे मारा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 14, 2013
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