डेढ़ करोड़ का गबन करने वाला मालिक बाहर, गाईरेन्टर गिरफ्तार

|आर.एन.यादव|30 मई 2013|
मधेपुरा में गबन के एक मामले में खेत खाये गदहा और मार खाये जुलहा बाली कहावत चरितार्थ होती दिख रही है. गबन करने वाले तो मजे से घूम रहे हैं जबकि भाड़े पर गोदाम देने वाले हवालात की हवा खा रहे हैं.
मधेपुरा जिला के बिहारीगंज में पैक्स के माध्यम से आदित्य राईस मिल को धान मुहैया करवाया गया था. मिल मालिक के द्धारा डेढ करोड रूपया का गबन कर लिया गया. गबन के इस मामले में मिल मालिक और एस0एफ0सी0 के प्रबंधक की मिलीभगत से सरकार को चूना लगाया गया है. हैरानी की बात है कि गबन के इस मामले का उदभेदन होने पर एस0एफ0सी0 के प्रबंधक ने मिल मालिक और खुद को बचाने के लिए भाड़े पर मिल मालिक को गोदाम देने वाले विजय साह नामक इस व्यक्ति को भी मुकदमे  में धसीट दिया. विजय साह पर सिर्फ इतना आरोप है कि इसने मिल मालिक के कागजात पर गाईरेन्टर के रूप में हस्ताक्षर किया था. इस घटनाक्रम का सबसे अफसोसजनक पहलू यह है कि डेढ करोड रूपये का गबन करने वाले मिल मालिक के गिरेबान तक कानून के लम्बे हाथ अब तक नही पहुंच पाये हैं, जबकि एक दस्तखत करने बाले विजय साह को पकडकर पुलिस जेल भेजने की तैयारी में जुट गई है.
डेढ़ करोड़ का गबन करने वाला मालिक बाहर, गाईरेन्टर गिरफ्तार डेढ़ करोड़ का गबन करने वाला मालिक बाहर, गाईरेन्टर गिरफ्तार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 30, 2013 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.