गत शनिवार को मधेपुरा जिला मुख्यालय के बस स्टैंड
स्थित एक ब्यूटी पार्लर में भी पार्लर की आड़ में चल रहे जिस्मानी धंधे की बात
सामने आई है. पुलिस को मिले गुप्त सूचना के आधार पर एएसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी
ने जब सूचना मिलने के पांच मिनट के अंदर ही पार्लर पर छापा मारा था तो वहाँ से तीन
लड़कियां और दो ग्राहक वहाँ मौजूद थे. पुलिस ने सबों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ
की तो उक्त पार्लर में चल रहे अनैतिक कार्य का शक यकीन में बदल गया और हिरासत में
लिए दोनों पुरुषों को पुलिस ‘इमोरल ट्रैफिक एक्ट’ की विभिन्न धाराओं में जेल भेज दिया और संचालक पर भी
पार्लर की आड़ में जिस्मफरोशी कराने से सम्बंधित मुकदमा दर्ज कर लिया गया.
पुलिस
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्लर के अंदर ‘शेविंग’ आदि करने के सामान तो मौजूद थे परन्तु पूरे माहौल को देखकर
कहीं से नहीं लगता था कि यहाँ पार्लर में होने वाले सामान्य काम होते हैं. मौजूद
लड़कियों की शुरुआती झूठ ने भी पुलिस के शक को और भी गहरा दिया. यहाँ एक बार फिर
काम करने वाले लड़कियों की बेबसी सामने आई. एक लड़की जो अपने को सिलीगुड़ी की बता रही
थी, वो मधेपुरा की मिठाई की निकली जिसके बारे में कहा गया कि वो देह व्यापार के
धंधे के आरोप में पहले भी अल्पावास गृह भेजी जा चुकी है.
मधेपुरा
टाइम्स की तफ्शीश से बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. मधेपुरा में तकरीबन
सभी जेंट्स ब्यूटी पार्लर जहाँ महिला काम करती है, देह-धंधे से जुड़े हैं. पंचायती
राज ने जिले में इस धंधे को ‘पल्लवित-पुष्पित’ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. विभिन्न योजनाओं से
जुड़े गाँवों से जुड़े कई लोग अपनी अवैध कमाई का एक हिस्सा यहाँ ‘आनंद’ में खर्च करते हैं. पूर्वोत्तर राज्यों से लाई गई गरीब और
लाचार लड़कियां इन पार्लर संचालकों को अवैध कमाई कराने में सहायक होती हैं और
मधेपुरा जैसे जगहों पर पूर्व में प्रशासन की कमजोरी से इस धंधे को शह मिला था. पर
वर्त्तमान मधेपुरा पुलिस को मैनेज न कर पाने के कारण पार्लर की आड़ में चलने वाले
देह-धंधे के पाँव उखड़ते नजर आ रहे हैं.
इस पार्लर में भी देह का धंधा ???
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 19, 2013
Rating:
चलिए देर आए, दुरूस्त आए।
ReplyDeleteइनके पाँव तो उखड़ने हीँ थे । पाँव उखाड़ने की शुरूआत करने के लिए शुक्रिया ।