‘कपड़ा मुद्दा रहता तो चार साल की बच्ची से बलात्कार नहीं होता’

(20 जनवरी 2013)
जिला मुख्यालय के केशव कन्या हाई स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में आज मधेपुरा के सब जज तृतीय श्री वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि मुद्दा ये नहीं है कि लड़कियां क्या पहनती है, कैसे रहती है और किससे बात करती है. यदि ये मुद्दा होता तो चार साल की बच्ची और अधिक उम्र की महिला के साथ बलात्कार नहीं होते. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तहत आयोजित यौन उत्पीडन से सम्बंधित विभिन्न क़ानून विषय पर  इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार होता है तो ये संविधान में दिए गए अधिकार का भी उल्लंघन है. यौन उत्पीडन से सम्बंधित कानूनों की चर्चा करते हुए ये जानकारी भी दी गई कि महिलायें अगर चाहें तो बंद कमरे में भी उनके केस की सुनवाई हो सकती है. कार्यक्रम में न्यायिक दंडाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि महिलाओं को अब निडर होने की आवश्यकता है और किसी भी तरह की कोई बात होने पर पुलिस को तुरंत खबर करें. मधेपुरा के महिला थाना की थानाध्यक्षा आरती सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित सैंकडों छात्राओं को कहा कि यदि उनके साथ छेड़खानी या उत्पीडन जैसी कोई घटना होती है तो वे तुरंत उनके मोबाइल नंबर पर भी कॉल कर सकती हैं. पुलिस और प्रशासन हर समय उनके साथ है.
    कार्यक्रम को सफल बनाने में न्यायालयकर्मी गुलाब प्रसाद यादव तथा सतीश कुमार सिंह की भूमिका भी सराहनीय रही. कार्यक्रम की समाप्ति पर केशव कन्या हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों की आज महिलाओं की सुरक्षा में महती भूमिका है. छात्राओं ने भी कार्यक्रम से बहुत सी जानकारियाँ मिलने की बात बताई.
(वि.सं.)
‘कपड़ा मुद्दा रहता तो चार साल की बच्ची से बलात्कार नहीं होता’ ‘कपड़ा मुद्दा रहता तो चार साल की बच्ची से बलात्कार नहीं होता’ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 20, 2013 Rating: 5

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