दैनिक अखबार की प्रतियाँ जलाई, पक्षपातपूर्ण पत्रकारिता का आरोप

 संवाददाता/22 अगस्त 2012
पिछले दस अगस्त को दैनिक हिन्दुस्तान में छपी एक खबर पर उग्र होते हुए आज सैंकड़ों लोगों ने दैनिक हिन्दुस्तान के कार्यालय के समक्ष अखबार की प्रतियाँ जलाईं तथा अखबार के खिलाफ जम कर नारे लगाए.लोगों का आरोप था कि जन्माष्टमी के अवसर पर छपी खबर ‘‘कृष्ण भक्तों के दरवाजे पर गाय नहीं बोलेरो में एक खास जाति के लोगों का अपमान किया गया है.उनका कहना था कि खबर के आरम्भ में ही रोम पोप का, मधेपुरा गोप का लिखना और फिर यहाँ की बूढ़ी गायों को बूचड़खाने भेजने की बात यहाँ के अधिकाँश लोगों को गाली देने के समान है.
   प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यहाँ के लोगों ने हमेशा से गायों की रक्षा करते हुए उनका सम्मान किया है.प्रदर्शनकारी काफी देर तक अखबार विरोधी नारे लगाते रहे और उक्त खबर को लिखने वाले पत्रकार को अखबार से हटाने की मांग कर रहे थे.उन्होंने ये भी बताया कि यदि जल्द ही उक्त पत्रकार को नहीं हटाया गया तो वे और भी उग्र आंदोलन करेंगे. बाद में मधेपुरा थाना के थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह द्वारा उन्हें समझाकर उनका आंदोलन समाप्त कराया गया.
   दूसरी तरफ दैनिक अखबार के ब्यूरो चीफ ने बताया कि मामले की जानकारी वरीय संपादक को दे दी गयी है और उनसे दिशानिर्देश माँगा गया है. 
खबर से सम्बंधित वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.
दैनिक अखबार की प्रतियाँ जलाई, पक्षपातपूर्ण पत्रकारिता का आरोप दैनिक अखबार की प्रतियाँ जलाई, पक्षपातपूर्ण पत्रकारिता का आरोप Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 22, 2012 Rating: 5

6 comments:

  1. koi bhi Hindu aisa nahi karega..

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  2. Puri kahani samaj ke girate natik mulyo ko darshata hai. Eaisi kai ghatanaye ghatit hote rahati hai parantu kuch ghatana hi prakash me aati hai. Es ghatana ko samaj ke samane lane ke liye madhepura times ko dhanyabad. mujhe pura vishwash hai ki dhoshion ko saja dilane tak follow up karate rahenge.

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  3. Akhabar ke khilaf logo ka virodh sahi hai. Ab samay aa gaya hai ki akhabar apani lekhani ki dadagiri band kare. Nahi to bhavishay me es se bade aandolan bhi ho sakaste hai. Es pure ghatana kram me Hindustan akhabar ki bhumika doyam darje ke patrkarita ka raha. Jan bhavana ko thes pahuchane wali khabar ke liye turant mafi mangani chahiy.

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  4. दि० १० अगस्त २०१२ हिंदुस्तान अखबार के कोशी संश्करण में छपी खबर को लेकर मधेपुरा के लोग आक्रोशित होकर

    सड़क पर उतर कर जबर्दस्त विरोध किये तथा अखबार की प्रति को आग के हवाले कर दिए | लोगो का गुस्सा अभी शांत

    नहीं हुआ है क्योंकि की जिन कारणों को लेकर आन्दोलन की शुरुवात हुई है उसका निदान अभी तक अखबार के माध्यम

    से न तो किया गया है और न ही किये जाने का प्रयास ही की जा रही है |

    सबसे दुर्भाग्य पूर्ण बात रही की इस घटना को सभी अखबारों ने प्रकाशित ही नहीं किया | क्या इसी प्रेस की आजादी बात

    आप हमेशा करते है ? क्या जनता की आवाज को आप दबाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है ? क्या समाज को दर्पण

    दिखने वाले को खुद का चेहरा दिखाई नहीं पड़ता है ? क्या लेखनी की मर्यादा का उलंघन सही है ?

    समय आ गया है जब जिला स्तर के पत्रकारों की कार्यो की समीक्षा सम्पादक गण करे नहीं तो इस प्रकार की घटनाये

    रोज होंगी तथा आप के ब्लैक आउट करने का कोई मतलब ही नहीं रह जायेगा |

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  5. do char log room mai baith kar tea ki chuski lete hue koi mantrna karte hai use hindutan akbar bada covrage deta hai 400-500 public town ke bich mai akbar ki pratiya jalate hai use akbar nahi chhapta hai ye kaisi patrkarita hai .ek patrkar apne ko bhagwan se upar samajhne laga hai /patrkarki gandi harkat ko dhakne kam yadi sampadak karta hai tao pit patrkarita ki had hi ho gai

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  6. samachar patra ko 4th pillar kaha gya hai /aaj jab bhratachar charam par hai aise mai coart or media par hi janta ka bharosa bacha hai/aise mai koi ek chhudra mansikta wale patrakar ki wajah se ek stable samacharpatra ko jatiy durbhawna or sohard bigarne wala samachar nahi chhapna chahiye

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