रूद्र ना० यादव/16 अगस्त 2012
मधेपुरा प्रखंड के खोपैती गाँव के बाल ज्ञान सरोवर
स्कूल के बच्चों ने शायद ही इस बात को कभी सोचा था कि मिल-बाँट कर खाने का अंजाम
इतना बुरा होगा कि जान पर बन आयेगी.इस प्राइवेट स्कूल के छात्रावास में रह रहे
बच्चों के लिए इस बार का स्वतंत्रता दिवस आफत का पैगाम लेकर आया.बीती रात के एक
बच्चे का अभिभावक अपने बच्चे के लिए घर से मिठाई लेकर आया.इसी मिठाई को कई बच्चों
ने मिल-बाँट कर खालिया.मिठाई खाते ही सबों को उल्टी-दस्त और पेट दर्द शुरू हो गया.आनन-फानन
में ग्रामीणों ने सभी बच्चों को सदर अस्पताल मधेपुरा में इलाज के लिए भर्ती कराया.
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा० ए० के० वर्मा के मुताबिक़ भर्ती कराये गए कुल नौ
बच्चों में से दो की हालत काफी गंभीर बताई जाती है जबकि बाक़ी की स्थिति में
संतोषजनक सुधार हो रहा है.बच्चों के अभिभावकों को इसकी सूचना दी जा रही है.वहीं
ग्रामीण इलाज में लापरवाही बरतने की बात कर रहे हैं.
देखा जाय
तो पैसे कमाने की होड़ में ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्राइवेट स्कूल और हॉस्टल तेजी
से पनपने लगे हैं जिन्हें बच्चों की सुरक्षा का ‘एबीसी’ भी मालूम नहीं है.शिक्षा विभाग को ऐसे स्कूलों की पहचान कर
इन्हें बंद करा देना चाहिए.घटना के बाद से स्कूल का संचालक फरार बताया जाता है.
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