राकेश सिंह/14 मई 2012
नगर परिषद् चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है.जोड़-तोड़ की राजनीति करने में भी प्रत्याशियों ने एडी-चोटी एक कर रखी है.वार्ड पार्षद जहाँ रात के अँधेरे तक घर-घर जाकर मिन्नतें कर रहे हैं वहीं नगर परिषद् अध्यक्ष पद के दावेदारों की नजर मधेपुरा के सभी 26 वार्डों पर है.दावेदार इस बात पर पैनी नजर रखे हुए हैं कि वार्डों से जीतने वाले प्रत्याशियों में ज्यादा उनके समर्थक हैं या नहीं?खरीद बिक्री में अटूट भरोसा रखनेवाले दावेदार शायद इस उम्मीद में हो सकते हैं हैं कि अधिकाँश जगहों से बिकाऊ प्रत्याशी ही पार्षद बन जाएँ.
जो भी हो, इसी कड़ी में मधेपुरा टाइम्स टीम वार्ड नं.4 पहुंची जहाँ सात महिलायें मैदान में अपना भाग्य आजमा रही हैं.पर वार्ड के अधिकाँश लोगों का मानना था कि मुख्य मुकाबला निवर्तमान वार्ड पार्षद निर्मला देवी और अहिल्या देवी में ही है.निर्मला देवी वर्ष 2002 से लगातार जीत हासिल कर रही हैं और ये वर्ष 2002 में नगर परिषद् अध्यक्ष भी बनी थी.निर्मला देवी मधेपुरा टाइम्स को बताती हैं कि वे लगातार पांच वर्षों तक अध्यक्ष के पद पर काबिज रहीं और इनके कार्यकाल में एक बार भी इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लगा.वर्ष 2007 के मुख्य पार्षद चुनाव के बारे में ये बताती हैं कि उसमे पार्षदों की जम कर खरीद-बिक्री हुई और धन-बल का भी प्रयोग हुआ जिसमें इन्होने कोई खरीद-बिक्री नहीं की.
वार्ड से जीत के प्रति ये जहाँ इस बार भी आश्वस्त हैं वहीं नगर परिषद् के अध्यक्ष पद के भी ये अपने को मुख्य दावेदार मानते हैं.निर्मला देवी का कहना है कि यदि पार्षदों की खरीद-बिक्री नहीं हुई तो वे अवश्य ही इस बार फिर नगर परिषद् अध्यक्ष बनेंगी.
जानकार मानते हैं कि शतरंज की बिसात बिछ चुकी है और अब तक अध्यक्ष पद की दौड़ में चार प्रत्याशी यानी निवर्तमान विजय यादव, विशाल कुमार बबलू, निर्मला देवी और ध्यानी यादव खुलकर दावेदार होने की बात कर रहे हैं.इस बात की सम्भावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि पार्षद बनने के बाद अध्यक्ष पद के एक-दो दावेदार और सामने आ जाएँ, पर एक बात तय लगती है कि नगर परिषद् अध्यक्ष वही बनेगा जो साम-दाम-दंड-भेद में माहिर होगा.वैसे भी जो जीता वही सिकंदर.
निर्मला भी अध्यक्ष पद की दौड़ में:अब तक कुल दावेदार हुए चार
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 14, 2012
Rating:
No comments: