“आये हैं हम दूर-दूर से
सबको ये समझाने,
सबको ये समझाने,
मिटा प्यार का भेद भाव हम
मन में दीप जलाने,
मन में दीप जलाने,
हमारा प्यार है अमर,
हमारी एक है डगर,
हमारी एक है डगर,
भिन्न-भिन्न है बोली हमारी,
भिन्न-भिन्न भाषाएँ,
भिन्न-भिन्न भाषाएँ,
भिन्न-भिन्न जाति-धर्म पर
एक ही अभिलाषाएं,
एक ही अभिलाषाएं,
देश ही अपना दीन-धर्म है,
हम तो बस ये जाने.”
हम तो बस ये जाने.”
१२ वर्षीया मासूम चंदामणि की डायरी में लिखी इस देशभक्ति गीत
को गाने का सपना देखने वाली चंदामणि की जिंदगी की सायकिल आज सुबह करीब नौ बजे एक टैंकलोरी से टकरा कर ठहर गयी.जिले के मरूआहा निवासी रामलखन यादव की होनहार बेटी की मौत जिला मुख्यालय स्थित टीपी कॉलेज के पास टैंकलोरी से टकरा कर उस समय हो गयी जब वह सायकिल से अपने स्कूल शांति आदर्श पढ़ने जा रही थी.लापरवाह टैंकलोरी के ड्राइवर ने ७वीं कक्षा की
टॉपर को जहाँ कुचल कर मार डाला, वहीं इस बच्ची से अत्यंत उम्मीद लगाये माता-पिता व गाँव वालों के भी सपने बिखर गए. चंदामणि की लाश के बगल में बिखरे किताब व खुली कॉपी में लिखी चीजों को देखने से ही यह स्पष्ट हो रहा था कि यह लड़की पूरी मिहनत के साथ पढाई कर रही थी.


दहला देने वाली इस दुर्घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने टैंकलोरी को फूंकने का प्रयास किया,परन्तु पुलिस की तत्परता से बाद की एक बड़ी दुर्घटना टल गयी.चूंकि घटनास्थल के पास एक पेट्रोल पम्प भी है और टैंकलोरी में आग लगने का मतलब था आग का बेकाबू होना.लोगों ने जहाँ सड़क जाम कर अपना आक्रोश जताया.समाचार लिखने तक लोग सड़क जाम किये हुए थे और मुआवजे की मांग कर रहे थे.
टैंकलोरी ने कुचला मासूम को,एक प्रतिभा की हुई मौत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 01, 2011
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bada hi dukhad ghatna hai aaj ek honhar student ki jaan chali gayi bahut bura hua .................
ReplyDeleteare yaar madhepura ko ho kya gya hai....koi kisi ke sath bhag rhi aur kisi ko mar diya jata hai....its very sad...shame yaar try to overcome to the problem.....police to aisi hai jaisi mela dekhna aaya hua...traffic police ka pata nahi...sirf paisa lend me rehta hai....wake up madhepura..
ReplyDeleteMere samjah se madhepura or singheswar ke bich gadi ki gati sima nirdharit kar ni chhaiye sath hi ise follow krane ke liye sap ya bsf police minimum 6 jagah honi chhaiye....!!
ReplyDeletePata nahi madhepura ko kya ho gya h.or madhepura ki police soti rahati h.market me tej chalne bali gari par fine kya nahi lagati.......
ReplyDeletekitne dukh ki baat hain ek honhaar bachhi jo apni life start bhi nhi ki thi ,apne maa papa k sapno ko pura karne kaa soch k apni padhai start ki hi thi,ek pagal driver ne uske life k saath aisa mazaak kar diya jiske baare me sochne se darr lagta hain.
ReplyDeleteaakhir aisi ghatna ka jimmedaar kon hian.
mahaz roadd jaam ya muwaawze se to bhala bachhi lot k to nhi aayegi.
bhagwaan uske aatma ko shaanti de .
मधेपुरा के लिए 01-12 -11 का दिन बहुत ही दर्द भरा रहा जब एक होनहार बच्ची काल के गाल में समां गयी /बहुत दुःख हुआ /ईश्वर उस परिवार को सदमे से उबरने में मदद करे /
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