सुबह के करीब चार बजे का समय.मधेपुरा के जिरवा से मेला देखकर लौट रहे लोगों को शायद ये पता नहीं था कि आज की सुबह इतनी भयानक होगी.स्कॉर्पियो पर बैठे लोग शायद अब तक मेले की मस्ती को भुला नहीं पाए थे.गाड़ी की रफ़्तार क्या थी,इसका अंदाजा अब इस गाड़ी के परखच्चे उड़ने के बाद कोई भी अंदाजा कर सकता है.चालक ने मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित बिजली बोर्ड के कार्यालय के सामने इसे संतुलन में मोड़ना चाहा,पर अचानक रफ़्तार ने संतुलन बिगाड़ दिया और गाड़ी उसी स्पीड में बिजली के खम्भे से टकरा गयी.गाड़ी पर बैठे लोगों में से दो की हालत इतनी गंभीर हुई कि सदर अस्पताल ने तुरंत ही उसे पटना रेफर कर दिया.एक घायल मो० वसी, जिसका ननिहाल अजहर कॉलोनी, मधेपुरा है, की हालत भी अच्छी नहीं है.सीने के ऊपर की कोई हड्डी टूट गयी लगती है, रह रहकर बेहोश हो जाता है.मो० वसी के अनुसार स्कॉर्पियो में कुल पांच सवार थे जिसमे दो सवार को मामूली चोटें आयी है.दुर्घटना के समय गाड़ी की स्पीड बहुत ही ज्यादा थी.पुलिस सूत्रों के अनुसार यह बिलकुल नई गाड़ी शंकरपुर के किसी व्यक्ति की है.
इस दुर्घटना के कई कारण हो सकते हैं.सुबह के समय वातावरण में धुंधलापन रहने के कारण भी सड़क दूर तक नहीं दिख पा रही होगी.चालक के नशे में रहने की बात अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.पर एक बात तो तय है कि इस दुर्घटना की मुख्य वजह तेज रफ़्तार है,वर्ना इतनी बड़ी दुर्घटना संभव नहीं थी.
रफ़्तार ने डाली खतरे में जिंदगी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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November 13, 2011
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