हिन्दी है पहचान देश की

हिन्दी है पहचान देश की,हर नाम वेश की
जन-जन की भाषा है,जीवनधारा ये देश की
मिला राजभाषा का दर्ज़ा,भारत देश महान में
कवियों ने भी गीत लिखे,अनगिनत इसकी शान में|
एक सूत्र में बाँधे सबको,विकसित भारत की आशा है
सत्य सनातन भाषा का गौरवशाली इतिहास है|
स्वाभिमान का अपने खुद फिर हमने क्यों उपहास किया
अँग्रेज़ी को शीश झुका,क्यों हिन्दी का अपमान किया|
इसकी खातिर हमे कुछ करना ही होगा
मतभेद भुला सारे हमको,जुड़ना ही अब होगा|
हिन्दी की खातिर,हिन्दी में ही काम सभी जब होगा
एक सूत्र से राष्ट्र जुड़ेगा, उत्थान तभी बस होगा|


सपना शांडिल्य,मधेपुरा

हिन्दी है पहचान देश की हिन्दी है पहचान देश की Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 18, 2010 Rating: 5

1 comment:

  1. हिन्दी का सम्मान करना हरेक हिन्दुस्तानी का कर्तव्य है

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