जज भी सुरक्षित नही अपने आवास में मधेपुरा में

राकेश सिंह/१६ नवंबर २०१० 
मधेपुरा पुलिस प्रशासन ने अपने खिलाफ ऐसी टिप्पणी की कल्पना शायद सपने में भी नही की होगी. दरअसल मामला ही कुछ ऐसा हो गया कि जिसने भी सुना उसे मधेपुरा के हालत पर रोना आ गया.मामला था मधेपुरा के वर्तमान सीजेएम (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ) श्री अनिल कुमार सिन्हा के आवास में चोरी हो जाने का जिसमे चोर
कई बहुमूल्य सामान चुरा कर ले गए.मालूम हो कि दिवाली-छठ की सार्वजानिक छुट्टी में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अपने घर गए हुए थे.इसी बीच पिछले १० नवंबर की रात्री को उनके आवास में भीषण चोरी हो गयी.इस बाबत मधेपुरा थाना कांड संख्या ४८२/२०१० (अंतर्गत धारा ४५७,३८० भारतीय दंड संहिता) दर्ज किया गया. मधेपुरा एस०पी० को लिखे ताजा पत्र में सीजेएम ने एक महत्वपूर्ण बात का खुलासा किया है कि घर जाने के पूर्व उन्होंने मधेपुरा थानाध्यक्ष को न्यायिक पदाधिकारियों के कॉलोनी की सुरक्षा हेतु  चौकीदार नियुक्त करने या सुरक्षा की उचित व्यवस्था के लिए कहा भी था,
लेकिन चोरी कि घटना से प्रतीत होता है कि कोई चौकीदार देखरेख के लिए नियुक्त नही किया गया.ज्यूडीशियल कॉलोनी में चोरी की यह पहली घटना नही है.इससे पूर्व इसी साल परिवार न्यायाधीश के आवास  में भी चोरी हुई थी,जिसके सम्बन्ध में मधेपुरा थाना कांड संख्यां-४११/२०१० दर्ज हुआ था फिर भी पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा हेतु कोई समुचित व्यवस्था नही की गयी.सीजेएम ने पत्र में कहा है कि यह दर्शाता है कि न्यायिक पदाधिकारी तक भी अपने आवास में पूरी तरह असुरक्षित हैं,जो बीच शहर में अवस्थित है.
       हालांकि इस घटना के बाद चोर पकड़ा भी गया था और सभी सामान बरामद भी कर लिए गए थे.पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के घर चोरी  हो भर जाना अपने आप  में प्रशासन की लापरवाही को तो दर्शाता ही  है.
जज भी सुरक्षित नही अपने आवास में मधेपुरा में जज भी सुरक्षित नही अपने आवास में मधेपुरा में Reviewed by Rakesh Singh on November 16, 2010 Rating: 5

1 comment:

  1. Quite disturbing, but also shows that police can catch law-breakers, if they are willing. Hon'ble Judge should now be harsh on such culprits.

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