थोड़ी सी जो पी ली है, चोरी तो नहीं की है,

थोड़ी सी जो पी ली है, चोरी तो नहीं की है
कोई हमको रोको, कोई तो संभालो
कहीं हम गिर न पड़ें......

और जनाब  सचमुच गिर गए.
ये दृश्य है मधेपुरा बस स्टेंड के पास का और ये जनाब दिन दहाड़े नशे में धुत्त लोगों के मनोरंजन का आईटम बन गए.मुश्किल से कुछ ही दूरी पर पुलिस की गाड़ी.पर इन्हें होश कहाँ?
इन्हें तो शायद अब नशे में पंकज उधास साहब का वो गाना भी नहीं याद होगा- 'शराब चीज ही ऐसी है,न छोड़ी जाए.मेरे यार के जैसी है,न छोड़ी जाए.' जनाब मुंह से कुछ आवाज निकाल रहे हैं,ज्यादातर लोगों को लगा ये रो रहें है,कुछ ने कहा इनमे सियार की आत्मा प्रविष्ट कर गयी है,ये हुआं-हुआं कर रहे हैं. खैर जो भी हो इसे मधेपुरा पुलिस के सहयोग से अस्पताल पहुँचाया गया.डीएसपी साहब ने कहा कि सार्वजनिक स्थान पर शराब पीना कानूनन जुर्म है,भा०द०वि० की धारा २९० में इसमें कार्यवाही की जाती है.
  पर सब से बड़ा प्रश्न यह है सरकार ने तीन पंचायत पर एक शराब की दूकान खोलने की इजाजत भी दे दी है और अभी शहरों में गली-गली में शराब की दूकान उन्होंने खुलवा रखी है.एक्साइज टैक्स का ये एक बड़ा माध्यम है जो सरकार शराब पर लगा कर इसे आम जनता के विकास में लगाती है.जानकारों की मानें तो मधेपुरा में प्रतिदिन शराब की खपत करीब ३५ हजार लीटर है,जो यहाँ होने वाले दूध की खपत से भी ज्यादा है.पर तय है,सार्वजनिक स्थान पर शराब पीकर हरकत करना कानूनन के साथ सामाजिक अपराध की श्रेणी में भी आता है.
इस शराबी से सम्बंधित वीडीओ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.
थोड़ी सी जो पी ली है, चोरी तो नहीं की है, थोड़ी सी जो पी ली है, चोरी तो नहीं की है, Reviewed by Rakesh Singh on May 07, 2010 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.