80 के दशक के स्टाइल में चोरी तो 70 के दशक के स्टाइल में दारोगा जी

|नि० सं०|03 जुलाई 2014|
मधेपुरा जिले के शंकरपुर थाना के बगल में चोरों ने अजीबोगरीब और पुराने स्टाइल में एक घर पर हाथ साफ़ कर दिया तो दारोगा जी ने घटनास्थल पर सबूत देखकर भी पीड़ित को डांट कर कर कहा, झूठ बोलता है, यहाँ कोई चोरी नहीं हुई है.
      घटना बीती रात की है. थाना से महज चंद कदम दूर प्रमोद कुमार के घर चोरों ने सेंध काटकर चोरी कर ली. सेंध सुरंग की तरह बनाया गया था और ईंट को निकाल-निकाल कर घर के अंदर प्रवेश करने का रास्ता बनाया गया था.
      चोरों ने घर के अंदर घुस कर जेवरात और कई अन्य महंगे सामान निकाल लिए जिसके मूल्य करीब ढाई लाख रूपये बताये जा रहे हैं. पर जाते-जाते चोरों ने घटना स्थल पर ही सेंध काटने के औजार जैसे खंती आदि छोड़कर चले गए.
      प्रमोद की नींद सुबह खुली तो उसे चोरी का पता चला और वह शंकरपुर थाना रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा. पर वहाँ मौजूद दारोगा जी ने चोरी की बात को झूठा करार दिया और रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया. घटनास्थल पर छूटे चोरों के औजार और काटे गए सेंध भी दारोगा की को संतुष्ट करने में कामयाब नहीं हो पा रहे थे, मानो चोरी की घटना को झूठा करार देने के पीछे चोरों से पहले कोई करार हो गया हो.
      खैर, बड़ी मशक्कत के बाद दारोगा जी ने रिपोर्ट तो लिखी, पर जब लिखने में इतनी आनाकानी थी तो चोर पकड़ने में दारोगा जी कितना एक्टिव रहते हैं, यह किसी को समझाने की शायद ही जरूरत है.
      मतलब कि चोर 80 के दशक के स्टाइल वाले तो दारोगा जी 70 के दशक वाले. वाह री पुलिस !
80 के दशक के स्टाइल में चोरी तो 70 के दशक के स्टाइल में दारोगा जी 80 के दशक के स्टाइल में चोरी तो 70 के दशक के स्टाइल में दारोगा जी  Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 03, 2014 Rating: 5

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