“जब तक शिक्षक भूखा है, ज्ञान का सागर सूखा है”: पटना में शिक्षकों पर लाठीचार्ज का मुरलीगंज में विरोध

|अमित कुमार|19 जुलाई 2014|  
पटना में आंदोलन कर रहे नियोजित शिक्षकों पर हुए पुलिसिया जुर्म एवं बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज के विरोध में शिक्षकों ने शुक्रवार को मुरलीगंज के बीएल इन्टर स्तरीय विद्यालय प्रांगण में एक बैठक आयोजित की तथा मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री के विरोध में नारे लगाए और प्रदर्शन किया. बैठक की अध्यक्षता माध्यमिक शिक्षक संघ मधेपुरा के अनुमंडल सचिव कृष्ण कुमार ने की. बैठक में पटना में हुए नियोजित शिक्षकों पर सरकार की शह पर शिक्षकों पर बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज की कड़ी निंदा की गयी. अंचल शिक्षक संघ मुरलीगंज के राज्य प्रतिनिधि विश्वजीत कुमार पिंटू ने कहा कि सामान कार्य का सामान वेतन शिक्षकों को नहीं मिलने से नियोजित शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षक भूखा है, तबतक ज्ञान का सागर सूखा है.  शिक्षकों को ऐक्षिक स्थानांतरण का अधिकार मिलना चाहिए. उन्होने यह भी कहा कि शिक्षकों का मौलिक अधिकार छीना जा रहा है.
बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि राज्य सरकार शिक्षकों के साथ सामान व्यवहार नही करेंगे तो बाध्य होकर हम सभी शिक्षक पुन: आंदोलन करेंगे. इस मौके पर वरिष्ठ शिक्षक डा.शान्ति कुमारी, डा.रूद्रधर झा नवल, नित्यानंद मंडल, जयशंकर प्रसाद, शम्स परवेज शम्सी, रूपमाला कुमारी, अनिता वर्मा, मुन्द्रिका कुमारी, मंजू कुमारी, सदानंद यादव, आशिष कुमार, रजनीष कुमार, अरूण कुमार, रेखा कुमारी, दुर्गानंद प्रसाद, अजय कुमार, कविता नंदनी, विक्रान्त गौरव, उपेन्द्र कुमार यादव, सुनील कुमार, लालेश्वर झा, विपीन सिंह आदि भी मौजूद थे.
“जब तक शिक्षक भूखा है, ज्ञान का सागर सूखा है”: पटना में शिक्षकों पर लाठीचार्ज का मुरलीगंज में विरोध “जब तक शिक्षक भूखा है, ज्ञान का सागर सूखा है”: पटना में शिक्षकों पर लाठीचार्ज का मुरलीगंज में विरोध Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 19, 2014 Rating: 5

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