द्रुवित: एक साथ चार मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में अद्भुत सफलता हासिल कर मधेपुरा के छात्रों के लिए बने प्रेरणास्रोत
|वि० सं०|09 जून 2014|
‘कौन कहता है कि आसमां में
सुराख नहीं हो सकता,
एक पत्थर तो तबियत से
कवि दुष्यंत कुमार की ये दो पंक्तियाँ आज अचानक से
मधेपुरा के लिए प्रासंगिक हो चली है. मधेपुरा जहाँ हाल में इंटरमीडिएट की परीक्षा
में बेहद खराब रिजल्ट के लिए बदनाम रहा, वहीँ मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में
मधेपुरा के कुछ छात्रों ने सफलता अर्जित कर मधेपुरा के लिए राहत की खबर दी है.
पर इन
सफलताओं में एक छात्र की सफलता ऐसी भी है जिसे सुनकर लोगों ने दांतों तले अंगुली
दबा ली. मधेपुरा के द्रुवित अस्पताल के ख्यातिप्राप्त सर्जन डा० दिलीप कुमार सिंह के
पुत्र द्रुवित कुमार सिंह ने इस बार मेडिकल की एक नहीं, बल्कि चार परीक्षाओं में
एक साथ सफलता हासिल कर यह दिखा दिया यदि सच्ची लगन से मिहनत की जाय तो लक्ष्य
कितना भी बड़ा हो, आसान हो जाता है.
द्रुवित
ने इस बार ऑल इंडिया मेडिकल प्रवेश परीक्षा (एआईपीएमटी), बिहार मेडिकल प्रवेश परीक्षा
समेत कुल चार मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में उल्लेखनीय रैंक के साथ सफलता प्राप्त
की. एआईपीएमटी में द्रुवित का रैंक 1007 और बिहार मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 166
रैंक मिला है.
द्रुवित
बचपन से ही मेधावी छात्र रहे और इनकी मैट्रिक की पढ़ाई कुर्सियांग (दार्जीलिंग) से
हुई जहाँ से उन्होंने 91 प्रतिशत अंक के साथ मैट्रिक पास किया और इंटर की परीक्षा दिल्ली
के इंद्रप्रस्थ इंटर स्तरीय स्कूल से 85 प्रतिशत अंकों के साथ पास की.
पिता से
विरासत में मिले शांत और सुलझे स्वभाव के द्रुवित की ऐसी सफलता उन छात्रों के लिए
प्रेरणा बन सकती है जो लक्ष्य तो बड़ा रखते है, पर कठिन मिहनत न कर पाने से असफल
रहते हैं और परिस्थिति को कोसते हैं.
द्रुवित
को इस असीमित सफलता पर उन्हें मधेपुरा टाइम्स के पाठकों की ओर से हार्दिक
शुभकामनाएं.
द्रुवित: एक साथ चार मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में अद्भुत सफलता हासिल कर मधेपुरा के छात्रों के लिए बने प्रेरणास्रोत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 09, 2014
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