बेटी को फेंक दिया था नदी में, पर सदमे में हो गया जेल में ही विक्षिप्त

|मुरारी कुमार सिंह|27 जनवरी 2014|
मधेपुरा जेल में बंद अखिलेश मेहता विक्षिप्त की तरह करता है. कभी तो उसे देखकर लगता है कि वह मर गया हो. कुछ साल पहले अखिलेश अपनी बेटी की ही हत्या के जुर्म में मंडल कारा आया था. जेल के सिपाही बताते हैं कि करीब दो साल की बेटी को गुस्से में अखिलेश ने नदी में फेंक दिया था, पर उसके बाद खुद विक्षिप्त हो गया.
      जेल में भी अखिलेश अजीबोगरीब हरकतें करता रहता है और अक्सर बीमार ही रहता है. आज बीमार होने पर अखिलेश को सदर अस्पताल मधेपुरा लाये जेल के आरक्षी अमरेन्द्र यादव और कक्षपाल विश्वम्भर कुमार और बिंद कुमार कहते हैं कि जेल के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को ये भी शक है कि अखिलेश जानबूझकर ऐसी हरकतें करता है, क्योंकि उसे लगता है कि यदि वह ऐसा करेगा तो उसे इन्हीं आधारों पर छोड़ दिया जाएगा. पर अखिलेश को जानने वालों का मानना है कि वह बेटी के सदमे में पागल हो चुका है.
बेटी को फेंक दिया था नदी में, पर सदमे में हो गया जेल में ही विक्षिप्त बेटी को फेंक दिया था नदी में, पर सदमे में हो गया जेल में ही विक्षिप्त Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 27, 2014 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.