बीड़ी सिगरेट हाय-हाय, गुटखा खैनी बाय-बाय: तम्बाकू निषेध कार्यक्रम

 |मुरारी कुमार सिंह|27 जनवरी 2014|
तम्बाकू निषेध कार्यक्रम पर जिला पदाधिकारी मधेपुरा गोपाल मीणा की अध्यक्षता में आज एक बैठक आयोजित की गई. जिला मुख्यालय स्थित डीआरडीए के सभागार हुई इस बैठक में सीड्स, पटना के रीजनल डायरेक्टर बी.एन. पटनायक भी उपस्थित थे.
      कार्यक्रम में तम्बाकू को जानलेवा बताते हुए तम्बाकू सम्बंधित कई तथ्य और आंकड़े भी प्रस्तुत किया गया. बताया गया कि तम्बाकू के सेवन से विश्व में प्रतिवर्ष 54 लाख व्यक्तियों की मृत्यु होती है, जिसमें सिर्फ भारत में 9 लाख लोग काल की गाल में समा जाते हैं. विश्व में मुंह से सम्बंधित कैंसर के रोगियों की संख्यां सर्वाधिक भारत में ही है जिनमें 90% मुंह के कैंसर तम्बाकू की वजह से होते हैं. भारत में लगभग 50% कैंसर तम्बाकू सेवन से होते हैं.
      जानकारी दी गई कि तम्बाकू का मतलब सिर्फ सिगरेट ही नहीं है. भारत में 9% लोग धूम्रपान, 21% सूंघने, चबाने या लगाने वाले तम्बाकू और 5% दोनों का सेवन करते हैं. बिहार के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि बिहार में 54% लोग (66% पुरुष, 40% महिलाएं) तम्बाकू का सेवन करते हैं. बताया गया कि तम्बाकू छोड़ना संभव है और तम्बाकू कभी भी छोड़ा जा सकता है.
[Tobacco Prohibition Programme in Madhepura]
बीड़ी सिगरेट हाय-हाय, गुटखा खैनी बाय-बाय: तम्बाकू निषेध कार्यक्रम बीड़ी सिगरेट हाय-हाय, गुटखा खैनी बाय-बाय: तम्बाकू निषेध कार्यक्रम Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 27, 2014 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.