शरद या नितीश बिना बिजली के 15 मिनट कब गुजारे होंगे ?

क्या शरद या नितीश जी को याद है कि वो आखरी बार बिना बिजली के 15 मिनट कब गुजारे होंगे
मधेपुरा में 2-3 घंटे बिजली रहती है, वो भी रात 12 बजे के बाद आती है। पूरा इलाका ठंढ और कोहरे से खामोश है. इसपर बिजली या फिर यों कहो सुशासन सरकार की ऐसी मेहरबानी की  हमारी ख़ामोशी को और भी दबा देती है. ना जाने क्यों सरकार की तारीफ करने वाले भी चापलूसी के चक्कर में अपने शहर की बदहाली पे इतने खामोश कैसे रह पाते हैं, आखिर आँखों के पानी मरने की भी एक हद होती है। बात  सुशासन की हो या कुशासन की मधेपुरा  की तसवीर कमोबेश रोती हुई अबला की जैसी ही रहती  है, नामी-गिरामी  लोग यहाँ दूर से आते हैं कुछ एजेंट के माध्यम से  इस अबला सी शहर को सहानुभूति के दो-चार पहेली सुनाते हैं और फिर तार-तार कर लूटने में लग जाते है। आज हमारी जिमेद्दारी बढ़ गयी है. इस शहर में रहता हूँ तो  हमारा भी कुछ फर्ज बनता है इसे बनाने का, कब-तक देखता रहूँगा ख़ामोशी से सर्द  के बहाने लूटती हुई अबला को. चलते हैं साथ मिलके इसे बचाने.... लेकिन एक पत्थर है सामने जो आईने के तरह दिखाता है. नजदीक पहुँच कर देखा तो  खुद का चेहरा एक आम आदमी सा दिखता है. अब फिर बेबस हूँ आसमान को तकता हूँ जोर से साँस लेता हूँ........ हिम्मत बढ़ने तक फिर इंतजार .....                                 
   

मोनी, मधेपुरा
शरद या नितीश बिना बिजली के 15 मिनट कब गुजारे होंगे ? शरद या नितीश बिना बिजली के 15 मिनट कब गुजारे होंगे ? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 11, 2013 Rating: 5

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