विश्वविद्यालय के महिला व्याख्याता पर मारपीट का आरोप,मामला दर्ज

संवाददाता/02 अगस्त 2012
अपने स्थापना काल से ही मंडल विश्वविद्यालय का विवादों से चोली-दामन का साथ रहा है.और अब एक नए मामले ने तूल पकड़ लिया है.शहर के अनुसूचित जाति जनजाति थाना में एक महादलित लड़के ने मंडल विश्वविद्यालय की एक लेक्चरर पर हरिजन अत्याचार का एक मामला दर्ज कराया है.विनोद सदा के द्वारा दिए गए आवेदन में लगाए गए आरोप के अनुसार बीते एकतीस तारीख को वह बीएन मंडल के केन्द्रीय पुस्तकालय में अपने फूफा जी पृथ्वीराज यदुवंशी के पास नींबू-पानी लेकर गया था.वापस लौटते समय वरीय सहायक प्रोफ़ेसर, अर्थशास्त्र विभाग ने उसे पकड़ लिया और घसीटते हुए जातिसूचक गाली दी और एक कमरे में बंद कर सादे कागज़ पर निशान लेने हेतु विनोद का गला दबाने लगी और बोली कि तुमको मारकर यदुवंशीया को फंसा देंगे.हल्ला होने पर विनोद के फूफाजी और अन्य लोगों ने उसकी जान बचाई.
    जबकि इस मामले में व्याख्याता प्रज्ञा प्रसाद कहती है कि उस दिन एक बच्चा मेरी ओर दौड़ता हुआ आया और बोला कि पृथ्वीराज यदुवंशी मारने के लिए उसका पीछा कर रहा है.वह बताया कि वह लक्ष्मीपुर मेघौना खगड़िया जिले का है और उसे पढ़ने के नाम पर फुसलाकर लाया गया है पर उससे दिन रात झाडू-बर्तन आदि काम करवाया जाता है और उसे बहुत टॉर्चर किया जाता है और निकलने नहीं दिया जाता है.प्रज्ञा प्रसाद आगे कहती हैं कि उसी समय पृथ्वीराज यदुवंशी अपना शैतानी-आतंकी चेहरा लेकर आया और बच्चे को घसीटते हुए कहा कि मैं तुम्हारी जान ले सकता हूँ.प्रज्ञा प्रसाद आरोप लगती हैं कि यदुवंशी ने उसे भी अनाप-शनाप बोला.
      प्रज्ञा प्रसाद का अगला आरोप और भी गंभीर है जिसमे वह कहती हैं कि जब वो इस मामले को कुलसचिव के पास ले गयी तो कुलसचिव ने उनसे कहा कि आप किस दिग्गज से टकरा रही हैं,आपको महंगा पड़ जाएगा. वैसे एक दलित बच्चे से बाल मजदूरी कराने के इस मामले को प्रज्ञा प्रसाद ने चाइल्ड हेल्पलाइन पटना में दर्ज करा दिया है जिसका वाद संख्यां 30 दिनांक 31.07.2012 है.
  आगे इस मामले में जो भी हो, पर इस घमासान ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है और पूरा मामला आगे और गंभीर रूप धारण कर सकता है इसमें शायद ही कोई शक है.
विश्वविद्यालय के महिला व्याख्याता पर मारपीट का आरोप,मामला दर्ज विश्वविद्यालय के महिला व्याख्याता पर मारपीट का आरोप,मामला दर्ज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 02, 2012 Rating: 5

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