अजूबा...ट्रेन आती है मधेपुरा में, बौगी खुलती है सहरसा में??

मम्मी! बौगी तो बंद है!!
लाइन लंबी है..
  राकेश सिंह/०५ मई २०१२
जेनरल बौगी सिर्फ एक सहारा
चौंकिये नही, आप बड़े नेता के संसदीय क्षेत्र के वासी हैं.यहाँ आपको कई अजीबोगरीब परिस्थिति से दो चार होना हो सकता है.रेल के मामले में पूरी तरह उपेक्षित और तिरस्कृत मधेपुरा के लोगों को अब ये परेशानी नई नहीं लगती है कि रिजर्वेशन लेने के बाद भी वे मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर उस बौगी को देखकर मन मसोस कर रह जाते हैं जिसमें उनका सीट कन्फर्म है.हम बात कर रहे हैं दिन के ११.५० में खुलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस की.मधेपुरा से खुलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में यदि आपने एसी चेयर कार का टिकट लिया है तो आप पहले मधेपुरा से बोरिया-बिस्तर समेत सहरसा जाएँ क्योंकि आपकी चेयरकार की बौगी मधेपुरा में नहीं खोली जायेगी.रिजर्वेशन का टिकट भले आपको मधेपुरा स्टेशन दे दे, पर आपको टिकट सहरसा से ही मिलेगी.यहाँ से आप सामान्य श्रेणी की टिकट लेकर जेनरल बौगी में बैठिये और फिर सहरसा उतर कर बौगी चेंज करें.सबसे बुरी स्थिति का सामना तो आपको तब करना पड़ेगा जब मधेपुरा से सहरसा टिकट लेने के लिए आपको एक लंबी लाइन में लगना होगा और आप बहुत ही खुशनसीब हो सकते हैं यदि ट्रेन खुलने से पहले आपको टिकट मिल जाएँ.काउंटर पर की भीड़ में खिड़की में हाथ घुसाने पर यदि आपके हाथ लहुलुहान हो जाएँ तो आप ये सोचकर संतोष करें कि ट्रेन राष्ट्रीय संपत्ति है और आपने राष्ट्र के लिए खून बहाया है.यदि आपकी बदनसीबी यहाँ आपकी संगिनी बन जाती है और आपको मधेपुरा से सहरसा टिकट ट्रेन खुलने तक नहीं मिल पाती है तो आपके पास दो विकल्प होते हैं.पहला एसी चेयरकार का टिकट होते भी आप देश के ईमानदार नागरिक बनकर ट्रेन को छोड़ दें क्योंकि चाहे दूरी मधेपुरा से सहरसा ही क्यों न हो, बिना टिकट यात्रा करना कानूनी अपराध है.या फिर आप बिना टिकट ट्रेन को लपक कर पकड़ लें और धड़कते दिल के साथ सहरसा तक यात्रा करें.बीच में टीटीई साहब मिल गए तो फिर फाइन या बख्शीश आपको बचा सकता है.
     कुल मिलाकर स्थिति यह बनती है कि यदि आप मधेपुरा के वासी हैं तो आप महसूस कीजिए कि आपके जिले की असुविधा से आपके द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों को कोई लेना-देना नहीं है.
अजूबा...ट्रेन आती है मधेपुरा में, बौगी खुलती है सहरसा में?? अजूबा...ट्रेन आती है मधेपुरा में, बौगी खुलती है सहरसा में?? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 05, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. bahut bada durbhagya hai logon, jab se rail mantralaya bihariyon ke hath se nikla hai tab se koi bihar ko value hi nahi deta.. aur aapke MP jo khud ko national level ka leader samajhte hain , ek chota kam bhi nahi kara pate.

    Lekin apko garv hona chahiye ki ye sahab parliament mein sare mational issues pe bolte hain, kewal madhepura ke bare mein nahi bolte

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