गबन के आरोपी जिला कल्याण पदाधिकारी का आचरण प्रतिकूल

कमरे पर जमाया कब्ज़ा
वि० सं०/१७ फरवरी २०१२
जिला कल्याण पदाधिकारी गरभू मंडल.वैसे तो इनके बारे में जिले में कई तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं.बहुत सारे लोग इन्हें लूट का मंजा खिलाड़ी मानते हैं.यानी कल्याण विभाग का कल्याण करने में इन्होनें शायद ही कोई कसर बाक़ी रखी हो.पर ताजा प्रकरण में जिला पदाधिकारी के द्वारा इनसे मांगे गए स्पष्टीकरण के बाद इनका आचरण जिले में चर्चा का विषय बन गया है.मामला इनके द्वारा किये गए एक गबन को लेकर है.अनियमितता का अड्डा बने जिला मुख्यालय स्थित अल्पसंख्यक छात्रावास के हटाये गए अधीक्षक टी० करीम के साथ मिलकर छात्रावास के रखरखाव के नाम पर इन्होने १,५३,००० रू० निकाल लिए और जब इनसे किस मद में कितना खर्च किया गया का वाउचर माँगा गया तो इन्होने जांच पदाधिकारी अजय कुमार,अपर समाहर्ता के समक्ष उसे उपलब्ध नहीं कराया.यही नहीं इन्होने उस बिंदु पर मौन भी साध किया. इससे पहले ११ नवंबर २०१० को जब तत्कालीन एसडीओ गोपाल मीणा ने जब छात्रावास का औचक निरीक्षण किया था तो उन्होंने भी यहाँ भारी अनियमितता पाई थी.जब रोकड़ पंजी माँगा गया था तो जिला कल्याण पदाधिकारी ने उनके सामने भी रोकड़ पंजी प्रस्तुत नहीं किया था.
    जिलाधिकारी ने अपने स्पष्टीकरण में माना कि कल्याण पदाधिकारी द्वारा रोकड़ बही प्रस्तुत नहीं करना राशि के गबन को परिलक्षित करता है.स्पष्टीकरण में जिलाधिकारी ने आगे लिखा है कि स्पष्ट है कि इस तरह का कार्य जिला कल्याण पदाधिकारी स्तरीय पदाधिकारी के न्यूनतम आचरण के प्रतिकूल है एवं उदासीनता तथा कर्तव्यहीनता का द्योतक है.
     वैसे भी अल्पसंख्यक छात्रावास के छात्रों ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि वैसी हालत में जब यहाँ छात्रों को रहने की परेशानी है, कल्याण पदाधिकारी ने यहाँ दो कमरों पर कब्ज़ा किया हुआ है और ताला लगा कर रखते हैं.
   जाहिर सी बात है, जिलाधिकारी की इतनी सख्त टिप्पणी के बाद इन्हें इनके पद से हटाने की भी प्रक्रिया होनी चाहिए,वर्ना जिले में ऐसे पदाधिकारी लूट और गबन के खेल को खेलते ही रहेंगे.वैसे समाजसेवी शौकत अली जिला कल्याण पदाधिकारी गरभू मंडल और हटाये गए छात्रावास अधीक्षक तबारक करीम के विरूद्ध घोर अनियमितता का आरोप लेकर न्यायालय जाने का मन बना रहे हैं.
गबन के आरोपी जिला कल्याण पदाधिकारी का आचरण प्रतिकूल गबन के आरोपी जिला कल्याण पदाधिकारी का आचरण प्रतिकूल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 17, 2012 Rating: 5

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