जीवित पुत्र के लिए किया जाने वाला जिउतिया का नहाय-खाय आज

संवाददाता/१९ सितम्बर २०११
अपने जीवित पुत्रों के लिए माताओं का सबसे कठिन पर्व जिउतिया जिले में कल मनाया जा रहा है.इससे पूर्व आज रात माताएं नहाय-खाय करेंगी.जिउतिया वत्र के दौरान माताएं चौबीस घंटे निर्जला रहकर अब परसों ही पारण कर सकेंगी.पौराणिक मान्यता है कि जिउतिया का व्रत पुत्र के दीर्घायु और आरोग्य होने के लिए करना आवश्यक है.व्रत के दौरान शाम में जीमूतवाहन की पूजा करने की परम्परा है.कई माताएं इस दौरान जीवत्पुत्रिका व्रत कथा भी सुनती है जो दो बहनों चुल्हो और सियारो की कहानी पर आधारित है.माना जाता है कि जिउतिता का पर्व माताओं के लिए एक कठोर तपस्या के समान है और जो माताएं किसी भी रूप में इस पर्व को नहीं करती है उन्हें अपने बच्चों का दुःख सहना पड़ सकता है.
जीवित पुत्र के लिए किया जाने वाला जिउतिया का नहाय-खाय आज जीवित पुत्र के लिए किया जाने वाला जिउतिया का नहाय-खाय आज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 19, 2011 Rating: 5

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