प्रेम विवाह में गंवानी पडी आँखें?

रूद्र ना० यादव/२० जुलाई २०११
शंकरपुर प्रखंड के कजरा गांव में गत सोमवार की रात को खस्सी चुराने के आरोप में ग्रामीणों ने प्रमोद यादव की आँखें तो फोड़ दी,पर सहरसा में ईलाज करा रहे प्रमोद यादव अपनी निर्मम पिटाई के पीछे कुछ और ही वजह बताते हैं.प्रमोद का कहना है कि उसकी दूसरी शादी ही इस घटना का कारण बनी.प्रमोद की पहली शादी रूपौली के सुनीता से हुई थी.पर बाद में प्रमोद गाँव की ही रंजू के प्यार में गिरफ्तार हो गया,जो पूर्व से ही विवाहिता थी.लगभग दो महीने पहले प्रमोद और रंजू ने अपने प्यार को एक नया मुकाम दिया और सुपौल जाकर दोनों ने प्रेम विवाह रचाया.इधर रंजू के पहले पति विनोद यादव ने प्रमोद के खिलाफ अपनी पत्नी के अपहरण का मामला दर्ज कराया.पर मामला यहाँ भी प्रमोद के ही पाले में गया जब रंजू ने न्यायलय में प्रमोद से स्वेच्छा से अपने विवाह की बात स्वीकार ली.पर रंजू का पहला पति प्रमोद से बदला लेने की ताक में लगा था.बकौल प्रमोद, घटना की रात विनोद ने कुछ सहयोगियों के साथ उसे गाँव में ही पकड़ा और बुरी तरह पिटाई करने के बाद उसकी दोनों आँखें फोड़ दी.
      प्रमोद की की बातों में कितना  दम है ये तो पड़ताल का विषय है, पर एक बात तय है कि गाँव के लोग प्रमोद की आँख फूटने पर खुशी मना रहे हैं,क्योंकि प्रमोद ग्रामीणों को फूटी आँख नही सुहाता था.
प्रेम विवाह में गंवानी पडी आँखें? प्रेम विवाह में गंवानी पडी आँखें? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 20, 2011 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.