जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम बन रहा है मजाक

रूद्र ना० यादव/२२ जुलाई २०११
जिले के चौसा प्रखंड की महिला आशा कार्यकर्ता एवं प्रसव महिला लाभार्थी को वर्ष २००८ से ही जननी बाल सुरक्षा योजना की राशि नही दी गयी है.प्रखंड में परिवार नियोजन कार्यक्रम मजाक बन कर रह गया है.भुगतान की राशि करीब ६५ लाख रूपये है जो प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी चौसा की आना कानी से लाभुकों को नही मिल पा रहा है.करीब तीन वर्षों से जननी बाल सुरक्षा की राशि इन्हें नही मिल पाने से प्रखंड में परिवार नियोजन का कार्य पूरी तरह भगवान भरोसे हो गया है.महिला आशा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चिकित्सा पदाधिकारी रिश्वत के लालच में उन्हें भुगतान नही कर रहे हैं.
  प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से तंग आकर अंत में आशा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी मधेपुरा के पास गुहार लगाया तो जिलाधिकारी ने कहा कि जांच कर सबों को भुगतान भी किया जायेगा और दोषी पाए जाने अधिकारी पर कार्यवाही भी होगी.
    एक तरफ जहाँ सरकार जिले में विश्व जनसंख्यां दिवस मनाकर परिवार नियोजन कार्यक्रम पर
बल देने कि बात कर रही है, वहीं महिला आशा कार्यकर्ता को चौसा में जननी की राशि नही मिलने से ऐसे कार्यक्रम को सफल नहीं माना जा सकता है.
जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम बन रहा है मजाक जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम बन रहा है मजाक Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 22, 2011 Rating: 5

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