महाघोटाले का पर्दाफ़ाश:कड़ी नं०.5

अंगद कुमार ३१ मार्च २०११
पांचवीं कड़ी: संदेहास्पद योजना स्थल पर उदाकिशुनगंज प्रखंड टास्क फ़ोर्स द्वारा ६८ लाख रूपये का व्यय एवं विभागीय व्यय के रूप में ८५ हजार रूपये का भुगतान भी संवेदक को.
कोशी बाढ़ आपदा-२००८ के बाद प्रभावित क्षेत्रों में यातायात बहाली हेतु सडकों की मरम्मती एवं यातायात पुनर्स्थापन के कार्यों में उदाकिशुनगंज प्रखंड अंतर्गत गठित टास्क फ़ोर्स द्वारा कुल ३० योजना कार्य कराये गए और इन योजना कार्यों के लिए मापी पुस्त के अनुसार संवेदकों को ०१ करोड़ ८२ लाख ६१ हजार ६१३ रूपये का भुगतान किया गया है तथा १२ लाख २४ हजार ५६ रूपये भुगतान की प्रत्याशा में लंबित हैं.कुल मिलाकर ०१ करोड़ ९४ लाख ८५ हजार ६६९ रूपये की मापी पुस्त उदाकिशुनगंज प्रखंड के टास्क फ़ोर्स द्वारा की गयी है.
      संपादित योजना कार्यों में बीड़ी रणपाल से पकरी पथ में मरम्मति कार्य तथा बराटेनी से चक फजुला पथ में यातायात पुनर्स्थापन कार्य उक्त पथों में सम्पूर्ण मरम्मति अथवा पुनर्स्थापन कार्य को दर्शाता है.ऐसी स्थिति में इन सड़कों के मरम्मति अथवा यातायात पुनर्स्थापन कार्यों के लिए अलग-अलग प्राक्कलन या बिना प्राक्कलन के मापी पुस्त दिखाकर संवेदकों को राशि का भुगतान किया जाना सरकारी राशि के विशुद्ध बंदरबांट को उजागर करता है.
   उल्लेखनीय है कि उक्त सड़कों को यदि अलग-अलग हिस्सों में बांटकर योजनाओं का नाम देकर अलग-अलग प्राक्कलन के लिए संवेदकों को राशि का भुगतान किया गया होता तो संदेह की स्थिति उत्पन्न नही होती.
      योजना कार्य बीड़ी-रणपाल से पकरी पथ में मरम्मति कार्य के लिए बगैर प्राक्कलन के पहले योजना के तहत जहां संवेदक को मापी-पुस्त के मुताबिक़ ८,००,०००.०० रूपये का संवेदक को भुगतान तथा ३,५७,४९२.०० रूपये भुगतान के लिए लंबित रखा है वहीं दूसरी योजना के अंतर्गत भी बगैर प्राक्कलन के संवेदक कि ७,०३,४०६.०० रूपये का भुगतान किया गया है.इतना ही नहीं उक्त योजना कार्य के लिए लगातार तीसरी बार आपातकालीन शब्द का इस्तेमाल कर ७,६५,३८४.०० रूपये संवेदक को भुगतान किया गया है.इसके अलावे उक्त पथ में ही खास योजना स्थल को दर्शाते हुए बीड़ी रणपाल से पकरी पथ के भाग-४ में आपातकालीन मरम्मति कार्य के प्राक्कलन ७,५५,३९८.०० रूपये के विरूद्ध संवेदक को ६,२३,२२२.०० रूपये का भुगतान किया गया है.गौरबतलब है कि इस खास योजना स्थल पर किये गए कार्य योजना अलावे बीड़ी रणपाल से पकरी पथ में मरम्मति कार्य योजना के अंतर्गत सम्पूर्ण पथ में कार्य का किया जाना यदि मान लिया जाय तो बाक़ी अन्य योजना कार्य संदेहास्पद प्रतीत होता है.इसी तरह बराटेनी से चक फजुला पथ में यातायात पुनर्स्थापन के तीन योजना कार्यों में से एक तथा रामपुर करौती पिपरा खोखसी चौक पथ में यातायात पुनर्स्थापन के तीन योजना कार्यों में से किसी एक योजना के अंतर्गत कार्य का किया जाना माना जाय तो अन्य दो-दो योजना कार्य का होना उपरोक्त पथों में संदेहास्पद प्रतीत होता है.
     इस सबों के अलावे चौंकानेवाले तथ्य यह है कि कार्यों के संपादन एवं देखरेख के लिए विभागीय व्यय की राशि मो० ८५०००.०० रूपये का भुगतान भी एक खास संवेदक राही कंस्ट्रक्शन को किया गया है.सामने आये तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि उदाकिशुनगंज टास्क फ़ोर्स के अंतर्गत कराये गए कार्यों में वित्तीय अनियमितता बरती गयी है और संदेहास्पद कार्यों के लिए लगभग ६८ लाख रूपये का संवेदकों को भुगतान किये जाने में सरकारी राशि के लूट-खसोट की मंशा नजर आती है.
महाघोटाले का पर्दाफ़ाश:कड़ी नं०.5 महाघोटाले का पर्दाफ़ाश:कड़ी नं०.5 Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 31, 2011 Rating: 5

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