आफत में भगवान

रूद्र नारायण यादव /१३ जुलाई २०१०
कहते हैं मनुष्य जब अपने को मुश्किल घड़ी में पाता है तो वो भगवान को याद करता है और भगवान इंसान की रक्षा करते हैं.परन्तु जब भगवान ही मुश्किल में पड़ जाए और अपनी ही रक्षा न कर पाए तो भक्तों का परेशान होना जायज है कि अब मुश्किल की घड़ी में कौन रक्षा करेगा?जी हाँ! मधेपुरा जिला में भगवान लगातार मुश्किल में पड़ते जा रहे हैं.चोरों और लुटेरों ने इंसान के बाद अब अपना निशाना भगवान को बनाया है.पूर्व में भी ऐसे कई
मामले प्रकाश में आये हैं जब मंदिर में चोरी कर चोरों ने भगवान की मूर्तियां चुरा ली.

और रविवार ११ जुलाई की रात भी कुछ ऐसा ही हुआ जिसमे बिहारीगंज स्थित राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर से चार देवी-देवताओं की मूर्तियां लूट कर चलते बने.प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराधी आठ-दस की संख्यां में उक्त रात मंदिर में घुस कर पहले पुजारी को बंधक बनाया और मंदिर में सोई
पुजारी की माँ से मंदिर का दरवाजा खुलवा कर चार देवी-देवताओं की मूर्तियां,२५ भर चांदी,२ भर सोना,पांच हजार नकद और पुजारी का मोबाइल फोन लूट लिया.लूटी गयी मूर्तियों में भगवान शालिग्राम,नर्मदेश्वर तथा राधा-कृष्ण की मूर्ति शामिल है जिसकी कीमत का अंदाजा लाखों में लगाया जा सकता है.बताया जाता है कि एसपी खुद जाकर घटना की छानबीन करने वाले है.जो भी हो पर लूट की इस घटना ने पुलिस प्रशासन के साथ-साथ भक्तजनों को भी बेचैन कर दिया है.
आफत में भगवान आफत में भगवान Reviewed by Rakesh Singh on July 13, 2010 Rating: 5

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