मधेपुरा जिले के मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर आज शनिवार को 4:00 बजे ट्रेन में चढ़ने के दौरान एक बुजुर्ग हादसे का शिकार हो गया. गौरतलब हो कि ट्रेन सं. 05569 जो पूर्णिया कोर्ट से सहरसा जा रही थी, में चढ़ने के दौरान बुजुर्ग का दाहिना पैर ट्रेन की चपेट में आने से कट गया. जिसके बाद गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग को आनन फानन में इलाज के लिए सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जहां मौके पर मौजूद चिकित्सक डॉ मुकेश कुमार पांडे ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर मधेपुरा रेफर कर दिया. घायल बुजुर्ग की पहचान मधेपुरा जिले के बिहारीगंज प्रखंड अंतर्गत बभनगामा तुलसीया गांव के वार्ड नंबर 6 निवासी 70 वर्षीय रमाकांत यादव के रूप में की गई है. फिलहाल स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है.
पूर्व में भी हो चुकी है कई रेल हादसे
बीते 21 दिसंबर 2024 की सुबह ट्रेन में चढ़ने के दौरान प्रतापगंज रेल थाना के हवलदार मोतीउर रहमान (45) हादसे के शिकार हुए. जिसकी मौत हो गयी थी. इससे पूर्व भी कई घटनाएं हो चुकी है. बावजूद इसके रेल मंत्रालय प्लेटफार्म ऊंचीकरण कराने के दिशा में ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा है.
30 जून 2024 को समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने मुरलीगंज स्टेशन का निरीक्षण किया था. स्थानीय बुद्धिजीवियों द्वारा प्लेटफॉर्म ऊंचीकरण, यात्री सेड एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए डीआरएम को मांग पत्र सौंपा गया था. उस समय उन्होंने आश्वासन दिया था कि बारिश के बाद प्लेटफॉर्म को ऊंचा करने का कार्य शुरू किया जाएगा लेकिन 09 महीने बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस है. यह प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है, जो यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है.
रेल संघर्ष समिति के दिनेश मिश्रा उर्फ बाबा ने बताया कि रेल प्रशासन को यात्रियों की सुरक्षा के प्रति जवाबदेह होना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्टेशन पर हर दिन सैकड़ों यात्री आवाजाही करते हैं और उन्हें हर बार जोखिम उठाना पड़ता है. यह प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है, जिसे अब और सहन नहीं किया जाएगा.

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