मधेपुरा जिला के मुरली चंदवा निवासी स्वर्गीय भगवान कुमार मिश्रा के पुत्र विवेक मिश्रा ने भौतिकी के क्षेत्र में सफलता की एक बड़ी छलांग लगाईं है और देश के प्रतिष्ठित भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) में असिस्टेंट साइंटिस्ट के पद के लिए चयनित हुए.
विवेक मिश्रा ने मधेपुरा के माया विद्या निकेतन से दसवीं कक्षा वर्ष 2017 में पास किया. लेकिन यहीं वक्त ने इनके साथ धोखा किया और मुश्किलों में ला खड़ा किया. उसी वक्त उनके पिता की अकस्मात मृत्यु हो जाने की वजह से वो अपनी आगे की पढ़ाई के लिए कही बाहर नहीं जा पाए.
घर पर रह कर ही उन्होंने पार्वती साइंस कॉलेज से अपनी बारहवीं और स्नातक (ग्रेजुएशन) तक की पढ़ाई वर्ष 2023 में पूरी की । इन्ही बीच विवेक की माँ ने अपने बेटे के सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने अकेले ही विवेक की परवरिश की और उनकी पढ़ाई में समर्थन किया। उन्होंने अपने बेटे के लिए कई मुश्किलों का सामना किया और उनकी मेहनत को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विवेक की माँ की मेहनत और समर्थन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाने में मदद की। उनकी माँ की आशीर्वाद ने
उन्हें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आईआई टी जैम की परीक्षा पास करके उनका चयन आईआईटी हैदराबाद में हुआ, परंतु उनके पसंदीदा ब्रांच एस्ट्रोफिजिक्स नहीं मिलने के बाद वे कोलकाता में स्थित सर्वोच्च अनुसंधान विश्वविद्यालय से पीजी करने चले गए.
साल 2024 के नवंबर में उन्होंने (BARC) भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) में वो असिस्टेंट साइंटिस्ट के पद के लिए चयनित हुए और वह अभी हैदराबाद में परमाणु खनिज का प्रशिक्षण ले रहे है। विवेक बचपन से ही वैज्ञानिक विचार धारा के व्यक्ति हैं, घरेलू नाकाम चीज़ों से विवेक ने कई प्रकार के टेक्निकल मॉडल भी बनाए जिसे उन्होंने कई आई आइ टी कॉलेज में पेश भी किया और आई आइ टी कानपुर के प्रोफेसर एच सी वर्मा के साथ प्रशिक्षण भी प्राप्त किया और सम्मानित भी हुए।
विवेक मिश्रा का सपना देश को भौतिकी के क्षेत्र में ऊंचाई तक ले जाने और बिहार और मधेपुरा का नाम रोशन करने का है।
(वि. सं.)

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