60 वर्षीय विधवा महिला पेट के दाएं भाग में लगी गोली, बेहतर चिकित्सा के लिए पहले मेडिकल कॉलेज फिर मेडिकल कॉलेज से सहरसा निजी नर्सिंग होम में भर्ती.
थानाध्यक्ष द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की ली जानकारी, कहा महिला के दोनों पुत्र मां के इलाज में लगे हैं आवेदन मिलने के उपरांत दोषियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई.
मुरलीगंज प्रखंड के हरिपुरकला पंचायत स्थित वार्ड नंबर 7 में सोमवार रात के आधी रात को एक दर्दनाक घटना घटी। रात के करीब 12:00 बजे अज्ञात अपराधियों ने एक बुजुर्ग महिला को सुसुप्तावस्था में गोली मार दी. घटना के विषय में बुजुर्ग महिला की पुत्रवधू आरती देवी ने बताया कि सोमवार रात 12: के करीब गोली चलने की आवाज आई और घर के बंगले में सो रही हमारी सास प्रतिमा देवी जोर से चिल्लाने लगी. मैं और मेरे पति मिलन यादव दौड़ कर बाहर आए, सासू मां दर्द से चिल्ला रही थी. उसे मोटरसाइकिल पर बैठकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीगंज ले गए, जहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. वहीं मेडिकल कॉलेज से भी सुबह के 8:00 बजे उन्हें रेफर कर दिया गया.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीगंज मे मौजूद डॉ प्रफुल्ल कुमार द्वारा प्राथमिक उपचार के उपरांत बेहतर चिकित्सा के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. डॉक्टर ने बताया कि गोली पेट के दाहिने हिस्से में लगी थी.
मंगलवार सुबह मे मुरलीगंज थानाध्यक्ष अजीत कुमार द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच कर घायल महिला की पुत्रवधू से घटना के विषय में जानकारी ली. वहीं घटना के विषय में स्थानीय लोगों द्वारा मामले में बताया गया कि उन्हें सुबह पता चला है कि गोली मारी गई है. पड़ोसी द्वारा बताया गया कि गोली चलने की आवाज उन्होंने सुनी है. घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।
स्थानीय सूत्रों से पता चला है कि यह घटना पुराने विवाद को लेकर दोहराई गई है। 14 माह पूर्व भी घायल प्रतिमा देवी के पुत्र मिलन यादव पर भी इसी मचान पर रात के अंधेरे में बदमाशों ने गोली चलाई थी, जिसमें मिलन के पैर में गोली लगी थी और वह बच गया था. आशंका जताई जा रही है कि इस बार फिर मिलन की ही हत्या के मनसूबे से बदमाशों ने गोली चलाई थी, लेकिन इस बार मिलन के जगह पर उनकी मां को गोली लग गई है. फिलहाल इस मामले में कोई भी खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं ।
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने महिला की नाजुक हालत को देखते हुए मंगलवार सुबह करीब 8:00 बजे रेफर कर दिया। महिला के पुत्रों द्वारा उन्हें बेहतर इलाज के लिए सहरसा के निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवाया.
पुलिस को घटना की सूचना मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच में आपसी विवाद की आशंका जताई जा रही है, लेकिन अब तक अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी है। घटना के विषय में घायल महिला की पुत्रवधू ने बताया कि उनके गोतिया-पटीदार द्वारा पूर्व में भी इस तरह की वारदात की गई थी और फिर आज भी इस घटना को अंजाम दिया गया.
No comments: