बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वर्ष भर में 6 उत्सवों के अलावा एक अनौपचारिक उत्सव शरद पूर्णिमा का भी आयोजन करता है. भारतीय समाज अति प्राचीन होने के कारण भारतीय समाज में परंपराएं भी अति प्राचीन है जिसमें व्यक्तिगत जीवन में वर्ष भर में हम 365 दिन के 365 दिन व्रत का आयोजन करते हैं। शरद पूर्णिमा उत्सव आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस दिन ऐसी मान्यता है इस पूर्णिमा की रात्रि में चांद की रोशनी से अमृत की वर्षा होती है इस दिन हमारे समाज में खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखने की प्रथम है, जिसको ग्रहण करने से व्यक्ति के शरीर में रोग दोष का ह्रास होता है।
शरद पूर्णिमा के दिन को हम राज पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं क्योंकि आज के ही रात में भगवान श्री बांके बिहारी के द्वारा महारास का आयोजन किया गया था। शरद पूर्णिमा के रात्रि में माता लक्ष्मी के जन्म दिवस की भी बात कही गई है और कहीं-कहीं पर ऐसा कहा जाता है कि माता लक्ष्मी अपने वहां पर सवार होकर पृथ्वी पर अपने भक्तों को घूम कर देखती है कि कौन-कौन जाग रहा है जिसे हम कोजाग्रा के नाम से भी जानते हैं
शरद पूर्णिमा के दिन चांद का पृथ्वी के बहुत नजदीक होने के कारण से अधिक ज्वार भाटा भी देखने को मिलता है। संघ के द्वारा उत्सव मनाने का उद्देश्य संघ कार्य को मजबूत व गति प्रदान कर सभी हिंदू समाज को संगठित करना है। वक्ता ने कहा कि परम पूज्य डॉक्टर हेडगेवार जी के द्वारा सन 1925 ईस्वी में संघ की स्थापना की गई और संघ को चलते-चलते आज 100 वर्ष पूरे अपने वाले हैं. संघ का देश-विदेश में कीर्तिमान स्थापित हो रहा है. यह हमारे स्वयंसेवकों के लिए हर्ष की बात है कि कुछ दिन पहले तृतीय वर्ष के समापन में इसरो के पूर्व अध्यक्ष का मुख्य अतिथि होना और संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर जी को रूस के राष्ट्रपति चुनाव का संपूर्ण प्रबंधन का भर देना संघ और संघ के स्वयंसेवकों के लिए गर्व की बात है। संघ का समाज के सभी वर्गों के लोगों से आह्वान है संघ के बाहर रहकर नहीं संघ के अंदर आकर संघ को समझ सकते हैं।
इस मौके पर नगर संचालक बजरंग लखोटिया,सह नगर संचालक हरदेव पोद्दार,सह प्रांत कार्यवाह जीवन कुमार सिंह, जिला कार्यवाह रिंकू जी, सह नगर करवा विकास दास, विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य शर्मिला देवी, चमेली देवी सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य दिनेश जी, जिला भाजपा महामंत्री विपिन कुमार कमती, शशिकांत झा, विनोद कुमार सिंह,बीजेंद्र प्रसाद यादव, डॉक्टर मानिकचंद भगत समेत अन्य भी उपस्थित थे।
(रिपोर्ट: रानी देवी/ मधेपुरा टाइम्स)

No comments: