मंगलवार के संध्या दिवंगत अजय कुमार की याद में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई l लोगों ने दिवंगत अजय कुमार के तैल चित्र पर पुष्पांजलि कर दी श्रद्धांजलि.
स्थानीय ग्रामीण एवं किसान नेता रमण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए मधेपुरा के समाजसेवी चंद्रशेखर ने कहा कि मृत्युभोज एक अभिशाप है. उन्होंने कहा कि समाज में चली आ रही रीति रिवाज के कारण गरीब लोग मृत्यु भोज करने में बर्बाद हो जाते हैं, जमीन बेचकर और गिरवी रखकर भोज करते हैं और हम प्रबुद्ध लोग उस भोज में शामिल होते हैं l उन्होंने कहा कि इस कुरीति के खिलाफ हम सबको एकजुट होकर मृत्यु भोज का बहिष्कार करना होगा l
भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि शराबबंदी के तरह सरकार को मृत्युभोज पर रोक लगानी चाहिए, यह रूढ़िवादी परंपरा की त्याग किए बिना समाज का भला नहीं हो सकता l
उन्होंने कहा कि जीवित माता-पिता की सेवा बहुत कम लोग कर पाते हैं परंतु उनके मरने के बाद दिखावा में लाखों रुपए खर्च कर भोज करते हैं l उन्होंने कहा कि मृत्युभोज की समाप्ति के लिए समाज के प्रबुद्ध एवं संपन्न व्यक्ति को आगे आना होगा l
सेना के अवकाश प्राप्त अधिकारी शैलेंद्र कुमार सुमन ने कहा कि ब्राह्मणवाद के झांसे में आम लोग फंसा हुआ है. उन्होंने कहा कि भोज करने से मृतक के आत्मा को शांति नहीं मिलती, उनके सपनों को पूरा करने से उनके आत्मा को शांति मिलती है l
श्रद्धांजलि सभा को स्थानीय मुखिया गजेंद्र यादव, पैक्स अध्यक्ष सुजेंद्र यादव एवं शिक्षाविद हरिनंदन यादव ने संबोधित किया l इन लोगों ने मृत्यु भोज नहीं करने के लिए दिवंगत अजय के पिता अरुण यादव की प्रशंसा किया l कहा कि इसी तरह हम सबों को भी समाज हित में मृत्युभोज का बहिष्कार करना होगा l
सभा के अध्यक्ष रमण कुमार ने कहा कि मृत्युभोज ना खाएंगे और ना खिलाएंगे, यह संकल्प हम सबों को लेना चाहिए l मौके पर मिलन यादव, रघुनंदन यादव, यदुनंदन यादव आदि ग्रामीण उपस्थित थे l

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