कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे के पी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जवाहर पासवान ने कहा कि हर वर्ष 24 सितंबर को एन एस एस (राष्ट्रीय सेवा योजना) दिवस मनाया जाता है। यह दिन समाज सेवा, स्वैच्छिक कार्य और सामुदायिक सेवा के महत्व को रेखांकित करने का अवसर है। इस अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित करना न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह छात्रों में सामाजिक जागरूकता और जिम्मेदारी का भी संचार करता है।
एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ चंद्रशेखर आजाद ने एन एस एस दिवस पर पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण की आवश्यकता को बताते हुए कहा कि वृक्षारोपण का महत्व अत्यधिक है। पेड़ हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। वे न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि जलवायु को संतुलित करने, भूमि की गुणवत्ता में सुधार करने और जैव विविधता को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। वृक्षों के बिना,हम एक स्वस्थ और संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र की कल्पना भी नहीं कर सकते।
पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधे लगाना उसकी सुरक्षा करना जरूरी है. वृक्षारोपण से ही पर्यावरण संतुलित रहेगा. पौधे की देखभाल के लिए सभी से आह्वान किया. वृक्षारोपण से ही प्रकृति के साथ तालमेल संभव है. पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. इसका असर जनजीवन पर पड़ रहा है.
*वातावरणीय सुरक्षा*: वृक्षारोपण से वायुमंडल की गुणवत्ता में सुधार होता है। पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे वायुमंडल की शुद्धता बढ़ती है।
*जलवायु परिवर्तन की रोकथाम*: जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है। वृक्षारोपण इस समस्या को कम करने में सहायक होता है। पेड़ वातावरण से कार्बन को अवशोषित कर तापमान को नियंत्रित करते हैं।
*पृथ्वी की रक्षा*: पेड़ मिट्टी का कटाव रोकने में मदद करते हैं। उनकी जड़ों से मिट्टी की संरचना मजबूत होती है, जिससे बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का खतरा कम होता है।
*जैव विविधता का संरक्षण*: पेड़ विभिन्न जीवों के लिए आवास प्रदान करते हैं। इससे जैव विविधता को बनाए रखने में मदद मिलती है, जो पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के लिए आवश्यक है।
*स्वास्थ्य लाभ*: वृक्षारोपण का एक अन्य पहलू यह है कि पेड़ लोगों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं। हरे-भरे स्थानों में समय बिताने से तनाव कम होता है और जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है।
पर्यावरण की रक्षा हेतु वृक्षारोपण कर कहा कि शुद्ध वायु, फल, फूल एवं छाया चाहिए तो पौधारोपण करना आवश्यक है. वृक्ष लगाने से आने वाली पीढ़ी लाभान्वित होंगे. एक पेड़ पर कुल्हाड़ी चलाना मानव के एक सांस पर तलवार चलाने जैसा है. जब पेड़ पौधे सुरक्षित रहेंगे, तभी हमारा भविष्य सुरक्षित रहेगा.
कार्यक्रम में अर्थपाल प्रतीक कुमार, महेंद्र मंडल, डा. शिव शर्मा, डा.सुशांत कुमार सिंह, डॉक्टर चंद्रशेखर आजाद, डॉ विजय पटेल ,डॉ रविंद्र कुमार, डॉ संगीता सिंहा, डॉ विकास कुमार, त्रिदेव निराला, डा मोहम्मद अली मंसूरी, उदित कुमार, डॉ शंकर रजक, डॉ ब्याहुतजी , डॉ ब्रह्मदेव जी, डॉ राघवेंद्र कुमार, लेखा पाल देवाशीष, निरज कुमार निराला, महेश, संत कुमार, प्रदीप कुमार, प्रधान लिपिक, राजन कुमार एवं छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे।
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