मधेपुरा में जदयू विधायक के निजी सचिव के भाई प्रमोद यादव हत्याकांड में चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
मधेपुरा में जेडीयू विधायक नरेंद्र नारायण यादव के निजी सचिव विनोद यादव के भाई प्रमोद यादव हत्या कांड मामले में 4 दिन बाद भी पुलिस की हाथ खाली, गांव में खुलेआम घूम रहे हैं अपराधी। अपराधी को गांव के सफेदपोश नेता और दबंग व्यक्ति का प्राप्त है संरक्षण. पुलिस के आलाधिकारी दे रहे हैं कार्रवाई का भरोसा तो वहीं अपराधी दे रहे है परिजनों को और लोगों की हत्या की धमकी, दहशत में हैं पीड़ित परिजन.
दरअसल मधेपुरा के उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत पुरैनी थाना क्षेत्र के कुरसंडी पंचायत स्थित वार्ड संख्या 10 बालाटोल गांव में बीते दिनों रात के अंधेरे में अपराधियों ने आलमनगर से जदयू विधायक सह बिहार विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव के निजी सचिव विनोद यादव के सगे भाई प्रमोद यादव की उनके घर से महज कुछ ही दूरी पर गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक की पत्नी निक्की देवी के आवेदन पर पुरैनी थाना में 9 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाई गयी है. लेकिन घटना के चार दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं. इस घटना के बाद से जहाँ मृतक प्रमोद घर के लोग दहशत में हैं तो वहीं पूरे गाँव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
बता दें कि आलमनगर के जदयू विधायक सह बिहार विधान सभा के डिप्टी स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव भी इसी गाँव के रहने वाले हैं, वहीं मृतक के भाई एवं डिप्टी स्पीकर के निजी सचिव विनोद यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले गाँव के हीं भागेश्वर यादव ने तांत्रिक के सहारे उनके भाई प्रमोद यादव पर मोटर चोरी करने का आरोप लगाया था और बीते मंगलवार की रात जब उनका भाई डेयरी फॉर्म में दूध पहुंचा कर घर लौट रहा था तो पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने पहले तो उन्हें गोली मारी और फिर चाकू गोद कर पूरी तरह जख्मी कर दिया. वहीं इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गयी।
इस मामले में गांव के ही भागेश्वर यादव और जदयू विधायक नरेंद्र नारायण यादव के घर काम करने वाले नौकर श्यामसुंदर यादव समेत 7 लोगों को नामजद और दो अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज करवाई गयी है. उन्होंने बताया कि आरोपी श्यामसुंदर यादव और भागेशर यादव पर पूर्व में भी कई बड़ी घटना को अंजाम दिया है और गाँव के ही सफेदपोश तथा कुछ दबंग लोगों का उन्हें संरक्षण प्राप्त है. इतना ही नहीं बिनोद यादव के अनुसार गांव के हीं एक अवकाश प्राप्त दबंग शिक्षक का इन अपराधियों को संरक्षण प्राप्त है। इन्हीं के घर अपराधी अक्सर घटना को अंजाम देकर पनाह लेते हैं और उन्हीं के यहाँ रहकर वो लोग अब तक कई बड़े घटना को अंजाम भी दे चुके हैं . हालांकि दबी जुबान से स्थानीय ग्रामीणों ने ये भी बताया कि इस घटना में शामिल अपराधी अब और भी लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जिससे सभी लोग डरे और सहमे हुए हैं.
जबकि मृतक परिजन सुलेखा देवी ने भी मधेपुरा टाइम्स से साफ साफ बताया कि बहरहाल खुलेआम घूम रहे अपराधी धमकी देते हैं कि अभी और दो लोगों की हत्या करना शेष है। इस हत्या के बाद ही कोर्ट में सरेंडर करेंगे.
वहीं इस मामले को लेकर भाकपा के राष्ट्रीय सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने जिले में लगातार हो रहे लूट हत्या जैसे संगीन मामले में जिला प्रशासन और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जब शासन और प्रशासन से जुड़े लोगों की जान सुरक्षित नहीं है तो भला आम अवाम का क्या होगा। उन्होंने कहा कि लोक सभा चुनाव चल रहा है चुनाव के बाद इस मामले को लेकर भाकपा आर पार की लड़ाई लड़ेगी.
हालांकि इस बहुचर्चित हत्या के मामले को लेकर उदाकिशुनगंज इंस्पेक्टर सह प्रभारी एसडीपीओ वासुदेव राय ने बताया कि पीड़ित परिजनों के द्वारा आवेदन प्राप्त होने के पश्चात गांव के हीं 7 लोगों को नामजद और दो अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। बहुत जल्द सभी सभी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा पुलिस लगातार सघन छापेमारी कर रही है.
(रिपोर्ट: कुमार शंकर सुमन, उप संपादक)
मधेपुरा में जदयू विधायक के निजी सचिव के भाई प्रमोद यादव हत्याकांड में चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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May 26, 2024
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