'छात्रों की समस्याओं को सुनने के लिए कुलपति के पास समय नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण': निशांत

बीएनएमयू में व्याप्त प्रशासनिक तानाशाही, छात्रों का शोषण एवं अराजकता के खिलाफ आज दिनांक- 27.02.2024 को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय परिसर में मधेपुरा एनएसयूआई ने जिलाध्यक्ष निशांत यादव की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर विश्वविद्यालय में आगामी आंदोलन की रणनीति पर चर्चा किया 

बैठक में बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे. बैठक की अध्यक्षता करते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीएनएमयू की स्थापना कोसी जैसे पिछड़े इलाके के गरीब किसान, मजदूर, वंचित आबादी को उच्च शिक्षा के लिय हुआ है लेकिन आज विश्वविद्यालय में कुछ संघी और मनुवादी तत्वों द्वारा विश्वविद्यालय में अपनी मनमानी और तानाशाही स्थापित कर छात्रों के शोषण करने का मंसूबा पाले हुए हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बीएनएमयू कुलपति द्वारा छात्रों से मिलने का समय सप्ताह में एक दिन में केवल एक घंटा रखा है, यह सरासर तुगलकी फरमान है. बीएनएमयू कुलपति का व्यवहार तानाशाह जैसा हो गया है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों से छात्रों के बीच दूरी के वजह से विश्वविद्यालय में घूसखोरी और भ्रष्टाचार का माहौल फ़ैल चुका है. 

जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों का है. यह किसी भी अधिकारी की जागीर नहीं है. छात्रों के समस्याओं को सुनने के लिय बीएनएमयू कुलपति के पास समय नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. बीएनएमयू महान समाजवादी नेता भूपेंद्र नारायण मंडल के नाम पर बना है. जिन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार के तानाशाही, अफसरशाही का पुरजोर तरीके से विरोध दर्ज किया था. इस महान समाजवादी नेता के नाम पर बने विश्वविद्यालय में छात्रों का शोषण और विवि अधिकारियों की तानाशाही चलने नहीं दिया जाएगा. बीएनएमयू प्रशासन के धमकी, दमन और जेल से छात्र डरने वाले नहीं हैं. एनएसयूआई, छात्रों के हक व् अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिय प्रतिबद्ध है. एनएसयूआई विश्वविद्यालय में व्याप्त अराजकता और तानासाही के संबंध में  राजभवन को पत्र लिखा जायेगा एवं चरणबद्ध आंदोलन का आगाज किया जाएगा.  

बैठक में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला सचिव सोनू कुमार, जिला सचिव अजय कुमार, प्रखंड संयोजक निरंजन कुमार, कृष्णा मोहन कुमार, दिलखुश कुमार, ललन कुमार, जयकिसन कुमार, डुलेन कुमार, घैलाढ संयोजक अमरदीप कुमार मिंटू, प्रदीप कुमार, मिथलेश कुमार, सतीश कुमार, गौरव कुमार, राजहंस कुमार, दीनबंधु कुमार, ललन कुमार, बलजीत कुमार, सुमन कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

'छात्रों की समस्याओं को सुनने के लिए कुलपति के पास समय नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण': निशांत 'छात्रों की समस्याओं को सुनने के लिए कुलपति के पास समय नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण': निशांत  Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 27, 2024 Rating: 5

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