डीएम विजय प्रकाश मीणा और एसपी राजेश कुमार ने अपने दल बल के साथ लिया मुरहो गांव में कार्यक्रम स्थल का जायजा.
मधेपुरा के मुरहो गांव में कल यानी 25 अगस्त को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राजकीय समारोह के रूप में मनाई जा रही है बी.पी. मंडल की 105वीं जयंती. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में स्थानीय मंत्री विधायक के अलावे क्षेत्रीय प्रबुद्ध जन भाग लेंगे. इस बार कार्यक्रम के बाद संध्या में बीएन मंडल स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी भव्य आयोजन हो रहा है. जिसमे मुंबई बॉलीवुड सिंगर अल्ताफ राजा के अलावे स्थानीय सिंगर भी शिरकत करेंगे. अगर हम मंडल मसीहा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बी.पी. मंडल साहब की जीवनी पर प्रकाश डाले तो कलम की स्याही जरूर कम पड़ जाएगी.
दरअसल बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल एक भारतीय राजनेता थे जो भारतीय संसद के सदस्य और बिहार के मुख्यमंत्री एवं मंडल आयोग (अन्य पिछड़ा वर्ग) के निर्माता व अध्यक्ष भी रहे हैं. बी.पी. मंडल का जन्म 25 अगस्त 1918 को बनारस में हुआ था, वे जाने-माने अधिवक्ता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय रासबिहारी मंडल व स्वर्गीय सीतावती मंडल की सातवीं संतान थे. इनका बचपन बिहार राज्य के मधेपुरा के मुरहो गांव में बीता. ये एक जमींदार परिवार से नाता रखते थे. बताया जा रहा है कि श्री मंडल अपने पैतृक गांव मुरहो के ही एक सरकारी स्कूल से अपनी शिक्षा दीक्षा हासिल की और उसके बाद वे पटना चले गए. जहां पटना के कॉलेज से इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी साथ ही अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मजिस्ट्रेट के तौर पर कार्य किया और 1945 से 1951 तक इस पद पर अपनी सेवाएं दी. इन्होंने अपनी नौकरी को छोड़कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. यहां से इनके राजनीतिक कैरियर की शुरूआत हुई. बाद में इन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया और जनता पार्टी में शामिल हो गए. बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल मधेपुरा से चुनाव भी लड़े और ये इस सीट से 1967 से 1970 और 1977 से 1979 तक सांसद भी रहे. वहीं वर्ष 1968 में वे बिहार के सातवें मुख्य मंत्री के रूप में 1 फरवरी सन 1968 को इन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, किन्तु 30 दिनों के बाद इन्हें बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा.
जनता पार्टी के शासनकाल में बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया और इसे भारत के सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के हितों के विषय में रिपोर्ट तैयार करने का कार्य सौंपा गया. इस कमीशन का गठन साल 1978 में किया गया था और इस कमीशन ने अपनी रिपोर्ट 1980 में तैयार की थी, इस कमीशन द्वारा बनाई गई रिपोर्ट में कई सारी सिफारिशें की गई थी जिसमें से नौकरियों व शिक्षण संस्थानों में अन्य पिछड़े वर्ग को आरक्षण देने की सिफारिश थी. वहीं वर्ष 1990 में तत्कालीन वी.पी. सिंह की सरकार ने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने की अधिसूचना भी जारी की. जिसको लेकर देश के कई सारे हिस्सों में काफी विरोध भी हुआ था. बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल ने अपने जीवन की आखिरी सांस 13 अप्रैल 1982 को पटना में ली. इनकी पत्नी का नाम सीता मंडल था और इनके कुल सात बच्चे थे. जिसमें से पांच बेटे और दो बेटियां हैं. इनके परिवार के लोग आज भी राजनीति से जुड़े हुए हैं. भारत सरकार ने साल 2001 में उनके सम्मान में डाक टिकट भी जारी की. इनके सम्मान में मधेपुरा स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना 2007 की गई.
वहीं बीपी मंडल के पुत्र मनिंद्र कुमार मंडल मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र से एक बार जदयू कोटे से विधायक भी रह चुके हैं. वहीं उनके पौत्र निखिल कुमार मंडल ने 2020 के विधानसभा चुनाव में मधेपुरा विधानसभा से चुनाव लड़ा था लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. अभी भी वो राजनीति से जुड़े हुए हैं जो हाल ही में जदयू के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे चुके हैं. बीपी मंडल की जयंती हर वर्ष राजकीय समारोह के रूप में उनके पैतृक गांव मुरहो स्थित समाधि स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, तो वहीं इस मौके पर जिले में खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होता है. इस बार इनके जयंती के मौके पर बीएन मंडल स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन भी किया जा रहा है. जहां वॉलीवुड सिंगर अल्ताफ राजा भी शिरकत करेंगे और कार्यक्रम के दौरान 'तुम तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे' समेत अन्य गानों की मधुर प्रस्तुति भी दी जाएगी, जिसको लेकर जिला प्रशासन तैयारी में जुटी हुई है.
वहीं मुरहो गांव स्थित समाधि स्थल पर जयंती कार्यक्रम को लेकर आज मधेपुरा डीएम विजय प्रकाश मीणा और एसपी राजेश कुमार ने दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस मौके पर बीपी मंडल साहब के पुत्र सह जदयू के पूर्व विधायक मणिंद्र कुमार मंडल उर्फ ओम बाबू ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्यक्रम की जा रही है. यह कार्यक्रम सरकारी स्तर पर होता है. कार्यक्रम के दौरान गांव में चिकित्सा कैंप और प्रभात फेरी आदि निकाला जाता है. इस बार बीएन मंडल स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होना सुनिश्चित है. हालांकि इस मौके पर डीपीआरओ कुंदन कुमार ने बताया कि कार्यक्रम राजकीय समारोह के रूप में मनाई जा रही है. इस बार बीएन मंडल स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन है. बॉलीवुड सिंगर अल्ताफ राजा भी शिरकत करेंगे और स्थानीय कलाकार भी भाग लेंगे.
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