माया विद्या निकेतन परिवार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में विद्यालय की संचालिका सह निजी विद्यालय संघ की जिला सचिव चंद्रिका यादव ने कहा कि बच्चे विभिन्न प्रतिभाओं के संगम होते हैं और विद्यालय का दायित्व होता है कि उनकी प्रतिभा को तराश कर वो निखारे. किसी भी छात्र के लिए एकेडमिक रिकॉर्ड बनाना बड़ी चुनौती होती है और जो छात्र इस चुनौती की स्वीकार करते हैं वही क्लास और स्कूल टॉपर्स बनते हैं और सम्मानित होते हैं. उनका सम्मान उन्हें और जिम्मेदार बनाता है कि वो अपनी उपलब्धि को बरकरार रखते हुए और बेहतर का प्रयास करें.
इस अवसर पर उन्होंने विशेष रूप से टॉपर्स बनने से चूके छात्रों के लिए कहा कि वो और मेहनत से पढ़ाई करें और आगे आने वाले एग्जाम में अग्रिम पंक्ति में स्थान बनाएं, क्योंकि सफलता कभी स्थाई नहीं होती. जो संघर्ष और प्रयास को जीता है उसी को सफलता मिलती है. माया विद्या निकेतन की संचालिका चंद्रिका यादव ने कहा कि परीक्षा छात्रों को मापने और आंकने का आधार होता है.
सम्मान समारोह में एम वन से दसवीं कक्षा तक के फर्स्ट, सेकंड और थर्ड स्थान प्राप्त लगभग चार दर्जन बच्चों को गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित किया गया. अपने विद्यालय की संचालिका और क्लास टीचर के हाथों सम्मानित होने के बाद छात्र छात्राओं के बीच खासा उत्साह देखा गया. इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही.
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