उन्होंने कहा कि श्री संजीव कुमार सिंह एक कुशल विधान पार्षद एवं शिक्षक समुदाय के प्रबल हितैषी हैं. वे लगातार शिक्षकों के हित में विधान परिषद के अंदर आवाज उठाते हैं और उनके समस्याओं का समाधान करते हैं. वे अत्यंत ही मृदुभाषी, कुशल व्यक्तित्व के धनी एवं प्रखर वक्ता हैं. ऐसे शख्सियत का सदन के अंदर जाना अत्यंत ही अनिवार्य है. शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने आगामी 31 मार्च को होने वाली विधान परिषद चुनाव में मतपत्र के क्रम संख्या 2 पर अंकित संजीव कुमार सिंह के नाम एवं उनके तस्वीर के सामने प्रथम वरीयता का मत देकर शिक्षक समुदाय के हित में अपार मतों से विजय बनाने की अपील समाज के प्रबुद्ध एवं पथ प्रदर्शक सम्मानित शिक्षकों से की है.
उन्होंने कहा कि आज भारतीय संविधान और लोकतंत्र खतरे में है. फासीवादी और संप्रदायिक ताकत लोकतांत्रिक मूल्यों को समाप्त कर देना चाहती है. बाबासाहेब आंबेडकर एवं बापू के सपनों को कुचल देना चाहती है. इस परिस्थिति में संजीव कुमार सिंह जी को सदन के अंदर जाना जरूरी है. जिससे सामाजिक न्याय और समाजवाद की लड़ाई को ताकत मिल सके एवं शिक्षकों की आवाज बुलंद हो सके.
संवाददाता सम्मेलन में सीपीआई के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि संजीव कुमार सिंह की जीत लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय की जीत होगी.
इस अवसर पर राजद के वरीय नेता गजेंद्र प्रसाद यादव, राजद किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अमेश यादव, वरीय नेता आलोक कुमार मुन्ना, डॉ राजेश रतन मुन्ना, इरफान अहमद, राजीव कुमार रजा, मोहम्मद सद्दाम आदि नेता उपस्थित थे.

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