स्टैंडर्ड वन में प्रथम स्थान पर वेदांत बालादित्य, दूसरे स्थान पर गौरव कुमार, तृतीय स्थान पर रियांशु रस्तोगी. स्टैंडर्ड 02 में प्रथम स्थान पर केशव आनंद निषाद, द्वितीय स्थान पर ईसान बलादित्य और तृतीय स्थान पर वैष्णव. वहीं स्टैंडर्ड 03 में प्रथम स्थान पर हर्ष शर्मा, द्वितीय स्थान पर सिद्धिविनायक, तृतीय स्थान पर विशाल कुमार. स्टैंडर्ड 04 में प्रथम स्थान पर एकलव्य रस्तोगी, द्वितीय स्थान पर शिवम कुमार तृतीय स्थान पर अंजल पटवे. स्टैंडर्ड 05 में प्रथम स्थान पर अंगद कुमार, द्वितीय
स्थान पर कुमार मलिंगा, तृतीय स्थान पर आलोक कुमार. स्टैंडर्ड 06 में प्रथम स्थान पर आर्यन राज, द्वितीय स्थान पर सिद्धार्थ वशिष्ट, तृतीय स्थान पर आनंद कुमार. स्टैंडर्ड 07 में प्रथम स्थान पर अंकित कुमार, द्वितीय स्थान पर प्रिंस कुमार, तृतीय स्थान पर हरिओम रस्तोगी. स्टैंडर्ड 08 में प्रथम स्थान पर रंजीत कुमार, द्वितीय स्थान पर राजीव कुमार, तृतीय स्थान पर आर्यन कुमार. स्टैंडर्ड 9 में प्रथम स्थान पर अमित कुमार, द्वितीय स्थान पर कशिश कुमार, तृतीय स्थान पर अर्पित कुमार रहे.पैरंट्स मीटिंग को संबोधित करते हुए स्कूल के निदेशक डॉ मानव सिंह ने कहा कि शिक्षा अब स्कूल केंद्रित नहीं है. चूंकि सभी छात्र दो दुनिया - घर और स्कूल के बीच चलते हैं, इसलिए अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी माता-पिता की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है. शिक्षकों और अभिभावकों के बीच लगातार संवाद होना चाहिए. कुछ पैरंट्स को लगता है कि उनका बच्चा तो स्कूल में बहुत अच्छा कर रहा है, तो उन्हें पीटीएम में जाने की क्या जरूरत है? लेकिन आपके बच्चे के विकास से जुड़ी कुछ बातें तो स्कूल जाने पर ही पता चलती है, इसलिए आपको अपने बच्चे की हर प्रोग्रेस जानने के लिए पीटीएम में जाना चाहिए. दरअसल, अभिभावक और टीचर्स के आपस में बातचीत का मुख्य मकसद बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना होता है.
प्राचार्य डॉक्टर मौसम सिंह ने कहा कि बच्चे के विकास के लिए पीटीएम बहुत ही महत्वपूर्ण है, इसलिए पेरेंट्स को जरूर जाना चाहिए और टीचर को भी बच्चों के माता-पिता से नम्रता एवं धैर्य से हर प्रश्न का उत्तर देना चाहिए. बच्चों की अच्छाई और बुराई दोनों से अवगत करना चाहिए. टीचर के लिए यह भी जरूरी है कि वे पेरेंट्स की बातों को ध्यान से सुनें. तब कोई प्रतिक्रिया दें, क्योंकि हर समस्या का कोई-न-कोई समाधान होता है.
मौके पर अभिभावक के अलावे स्कूल के शिक्षक शिक्षिका मौजूद थे, जिसमें मनोज कुमार, जे.पी. ठाकुर, राजेश रंजन, अर्जुन कुमार, सुमित कुमार, किशन कुमार, शंभू सिंह, धीरज वर्मा, अमन कुमार, नवदीप कुमार, अलका रानी, पदमा रस्तोगी, गुंजन सिंह, नेहा कुमारी, मोनिका कुमारी, अंजली कुमारी, नैनी कुमारी, निदेशक डॉ मानव सिंह, प्राचार्य मौसम सिंह, सहायक निदेशक कुमार गौरव, राकेश कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
WOW great day of student, I remembered that day
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