इस मौके पर विद्यालय की संचालिका -सह- निजी विद्यालय संघ की जिला सचिव चंद्रिका यादव ने कहा कि भारत हर क्षेत्रों में विपुल प्रतिभा के धनी प्रतिभाओं से भरा पड़ा है. गांधीवादी विचारधारा के धनी, स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाने व आजाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद इस कड़ी के बड़े नाम थे. खासकर छात्र जीवन में उनका आचरण व उनकी उपलब्धि हर छात्रों के लिए गर्व व अनुकरणीय है. इस मौके पर उन्होंने विशेषकर उस परीक्षा व घटना का जिक्र किया जिसमें एक परीक्षक ने लिखा था कि कॉपी लिखने वाला कॉपी जांचने वाला से अधिक जानता है.
बतौर राष्ट्रपति उनके योगदानों की चर्चा करते हुए चंद्रिका यादव ने कहा कि जब भी सादा जीवन उच्च विचार की चर्चा होगी तब डॉ राजेंद्र प्रसाद सर्वोच्च व सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बनेंगे. इस मौके पर उन्होंने छात्रों से अपील किया कि हमें अपने गौरवशाली अतीत से जुड़ने की जरूरत है. विशेष कर अपने महापुरुषों के जीवन सफर को जानने व समझने की सर्वाधिक जरूरत है.
इस मौके पर उपप्राचार्य मदन कुमार, परीक्षा नियंत्रक कृष्णा कुमार एवं सुरेश कुमार, ओम प्रकाश, आलोक कुमार, हिमांशु, दिलीप, प्रिंस, मंजू घोष, नूतन, उत्तम दास, हर्ष वर्धन सिंह राठौर और बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं.
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