जिसमें प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, आशा, जीविका दीदी गर्ल्स स्कूल की बच्चियों ने दो किलोमीटर पदयात्रा निकाल कर महिला उत्प्रेरण के खिलाफ जागरूकता रैली निकाली. रैली चौसा प्रखंड से चलते हुए कृषि फार्म होते हुए गांधी चौक बस स्टैंड होते हुए प्रखंड तक पहुंची. बाल विकास परियोजना पदाधिकारी स्वेता कुमारी ने कहा कि जिला प्रशासन के आदेश के आलोक में लैंगिक हिंसा के खिलाफ 25नवंबर से आज 10 दिसंबर तक एक पखवारे का आयोजन अलग-अलग तरीके से बाल विकास परियजना तथा स्वास्थ्य विभाग, जीविका दीदी के तरफ महिलाओं को जागरूक करने का आयोजन किया गया.
आज पखवारे के अंतिम दिन भी सेविका सहायिका, आशा को महिला उत्प्रेरण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सभी को शपथ दिलाई गई तथा तथा दो किलोमीटर पदयात्रा निकली गई. जिससे महिलाओं में जागरूकता हो. वहीं कन्या मध्य विद्यालय की शिक्षिका बिंदु कुमारी ने कहा कि यह एक समाज में फ़ैली गंदगी है इस को साफ करने की जरूरत है, इस के लिए हम लोग इस गंदगी को साफ करने के लिए कदम उठाएंगे. वहीं शिक्षिका रेहाना खातून ने कहा कि लैंगिक हिंसा की वजह से बहुत सारी महिलाओं का सामाजिक विकास रुक जाता है. लैंगिक हिंसा से महिलाओं को मुक्त कराने तथा उसके अधिकार को दिलाने की जरूरत है. इस के लिए जागरूकता जरूरी है.
इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र की दर्जनों सेविका सहायिका, आशा कर्मी के साथ-साथ बाल विकास परियोजना की कर्मचारी मीना कुमारी, सुप्रभा रानी, प्रभा कुमारी, खुशबू कुमारी, अशिष कुमार, कन्या मध्य विद्यालय के बच्चियों के साथ बिंदु कुमारी, प्रतिभा कुमारी, रेहाना खातून, गोविंदा कुमार, संजीवानंद कुमार, अमिम आलम आदि मौजूद थे.

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