वहीं 6वीं व 7वीं कक्षा के छात्रों द्वारा मनोरम नृत्य की प्रस्तुति हुई. इस अवसर पर विद्यालय निदेशिका डा० बन्दना कुमारी ने कहा कि विद्यालय एक बगीचा है, बच्चे सुन्दर कली व फूल हैं और हम सभी शिक्षक बगीचे के माली हैं, जिन्हें हम निरंतर सींच कर उसे पोषित व पल्लवित करते हैं. आज खेल कूद प्रतियोगिता (जो बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास तथा अनुशासन का प्रतीक है) आयोजित होने से बच्चों में खुशी की झलक देखने को मिल रही थी. डा० बन्दना कुमारी ने कहा कि निरंतर बच्चों के लिए खेल-कूद, शारीरिक आवश्यकता है. उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया कि जिस प्रकार वे बच्चों को शैक्षणिक क्रिया-कलाप का निरंतर ध्यान रखते हैं, ठीक उसी प्रकार बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु खेल-कूद, योगा, आदि पर ध्यान देने की जरूरत है. 21वीं सदी में हमें आगे बढ़ने के लिए शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी.
सैकड़ों की संख्या में अभिभावक की उपस्थिति बच्चों का मनोबल व उत्साह काफी था. खेल-कूद में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए बच्चें दौड़ते-कूदते पसीना बहाते थकते नहीं थे. प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, कुर्सी रेस, कबड्डी, खो-खो आदि प्रतियोगिता कराये गये और सभी प्रथम, द्वितीय, तृतीय, विजेताओं को प्रमाण-पत्र एवं स्वर्ण, रजत, एवं कांस्य पदक से सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर विद्यालय निर्देशिका डा० बन्दना कुमारी ने सभी बच्चों को चॉकलेट, पेन, पेंसिल आदि वितरित किया. सभी प्रतियोगिता खेल प्रशिक्षक प्रदीप हाजरा के नेतृत्व में हुई.
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